पटना सिटी, खाजेकलां थाना अंतर्गत सदर गली निवासी और राजद कार्यकर्ता देवी चौधरी की सोमवार को अपराधियों ने गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जख्मी को इलाज के लिए पुलिस श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल के बाद नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी है। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है।
बताया गया कि आपसी वर्चस्व को लेकर चल रही लड़ाई में करीब छह माह पहले देवी चौधरी के इकलौते पुत्र राहुल कुमार की भी अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटनास्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष राहुल ठाकुर ने कहा कि इस हत्याकांड में आरोपित की धरपकड़ के लिए कार्रवाई की जा रही है।
मृतक की बेटी ने बताया घटनाक्रम
घटनास्थल पर मौजूद मृतक देवी चौधरी की पुत्री ने बताया कि शालू नाम का एक युवक अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल से आया था। शालू बाइक के पीछे बैठा था और उसका भाई गाड़ी चला रहा था। मृतक की पुत्री का आरोप है कि अचानक बिना गाड़ी रोके शालू ने उसके पिता की कनपटी में गोली मार दी और दोनों शाह की इमली मोहल्ला की ओर भाग निकले।
मृतक की बेटी ने बताया कि लगभग छह महीने पहले अपराधियों ने उसके इकलौते भाई राहुल कुमार की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पुत्री का कहना है कि पुलिस यदि मेरे भाई के हत्यारे के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज मेरे पिता जीवित होते। वहींं, घटनास्थल पर मौजूद राजद नेता व वार्ड 60 के पूर्व पार्षद बलराम चौधरी ने बताया कि देवी चौधरी राजद का सक्रिय कार्यकर्ता था। हर चुनाव में वह पार्टी के लिए काम करता था।
पूर्व पार्षद को बोला खाना खाकर आता हूं, फिर हो गई हत्या
बलराम चौधरी ने बताया कि सोमवार की सुबह देवी चौधरी वार्ड कार्यालय में मिलने आया था, लेकिन उस समय मैं कार्यालय में उपस्थित नहीं था। देवी चौधरी वार्ड कार्यालय से यह कह कर निकला कि खाना खाने के लिए घर जा रहा हूं, दोबारा फिर आउंगा। इसी बीच पता चला कि खाना खाकर धूप में बैठे देवी चौधरी को किसी ने गोली मार दी है।
पूर्व पार्षद बलराम चौधरी समेत राजद के कई नेताओं ने कहा कि पुत्र के बाद पिता की हत्या हो जाने से घर में मृतक की पत्नी और पुत्री रह गई है। इनके जीविकोपार्जन के लिए राजद नेताओं ने मृतक के स्वजन को सरकारी नौकरी तथा उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है।