एंटले, । तुर्की में गुरुवार को हुई रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों की वार्ता बेनतीजा रही। वार्ता के बाद यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा, बैठक में युद्धविराम को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। जबकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने ताजा स्थिति में परमाणु हथियार के इस्तेमाल की आशंका को खारिज किया है। इधर यूक्रेन के मारीपोल शहर में बच्चों के अस्पताल में बुधवार को रूसी हवाई हमले में तीन लोग मारे गए और 17 घायल हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की सेना यूक्रेनी शहरों में नरसंहार कर रही है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध गुरुवार को दो सप्ताह पूरे कर तीसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया। वार्ता के बाद कुलेबा ने बताया कि रूसी समकक्ष के साथ युद्धविराम और नागरिकों के सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए गलियारे पर बात हुई। युद्धविराम पर दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई है, क्योंकि रूस चाहता है कि यूक्रेन आत्मसमर्पण करे। .. लेकिन यूक्रेन कभी भी ऐसा नहीं करेगा। रूसी हमलों से मुश्किल में फंसे नागरिकों को सुरक्षित रास्ता देने के विषय में भी रूस की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। इसलिए दोनों देशों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही। कुलेबा ने मारीपोल के लोगों को बेहद मुश्किल स्थिति में फंसा बताया। कहा कि उन्हें जल्द राहत मिलनी चाहिए।
जबकि रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा, उन्हें नहीं लगता कि यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में परमाणु हथियार के इस्तेमाल की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा, परमाणु हथियार के इस्तेमाल की चर्चा पश्चिमी देश चला रहे हैं। वैसे रूस के परमाणु हथियार इन दिनों हाई अलर्ट पर हैं। पत्रकारों से बातचीत में लावरोव ने पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों पर कहा, हम उनसे निपटने की कोशिशों में लगे हुए हैं। हम नहीं चाहेंगे कि भविष्य में हमें अपनी अर्थव्यवस्था के लिए पश्चिमी देशों पर निर्भर होना पड़े। हम प्रतिबंधों से इतर अपनी अर्थव्यवस्था विकसित कर रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री ने साफ किया कि तेल और गैस के किसी भी खरीददार की मान-मनौव्वल नहीं की जा रही है। जिसकी जरूरत होगी, वह हमसे खरीदेगा।