- मुंबई: किस खास केस की सुनवाई या उसके फैसले पर अदालत को रात में लगते हुए देखा गया है। यहां तक केस की सुनवाई के लिए कोर्ट देर तक भी चला है, लेकिन भयानक कोरोना की दूसरी लहर के बीच बॉम्बे हाई कोर्ट में बुधवार को मैराथन सुनवाई का दौर चलता रहा। इस दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच 12 घंटे से भी ज्यादा समय तक बैठ कर मामलों की सुनवाई करती रही।
जस्टिस एसजे कथावाला और जस्टिस एसपी तावड़े की बॉम्बे हाईकोर्ट की खंडपीठ बुधवार को सुबह 10.45 बजे इकट्ठी हुई और बिना ब्रेक लिए 12 घंटे बाद उठी। न्यायाधीशों ने एल्गर परिषद मामले के आरोपी स्टेन स्वामी और हनी बाबू की फाइल और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच के संबंध में महाराष्ट्र सरकार की ओर से दायर की गई एक याचिका सहित 80 मामलों की सुनवाई की।
खंडपीठ अपने मंच पर बैठी और सूचीबद्ध 80 याचिकाओं पर लगातार सुनवाई करते हुए अपना दोपहर का भोजन और नाश्ता भी वहीं किया। इस दौरान साढ़े 12 घंटे से अधिक की लंबी सुनवाई का दौर चला। यह पहली बार नहीं है कि जस्टिस कथावाला अपने बोर्ड के सभी मामलों की सुनवाई के लिए इतने लंबे समय तक बैठे हो। बैकलॉग साफ करने के लिए वह तीन साल पहले यानी साल 2018 में सुबह 3 बजकर 30 मिनट तक मामलों की सुनवाई करते रहे। उस समय उन्होंने करीब 16 घंटे तक काम किया था।