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ब्रिटेन में सत्ता की जंग हारे सुनक, क्या अमीरी बनी रास्ते का कांटा?


नई दिल्ली। ऋषि सुनक को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की कुर्सी मिली, 25 अक्टूबर 2022 को। दरअसल, उनकी कंजर्वेटिव पार्टी में अंदरूनी उठापटक चल रही थी। सिर्फ चार महीने के भीतर दो प्रधानमंत्री बदल दिए गए थे, बोरिस जॉनसन और लिज ट्रस। उस वक्त सारे समीकरण सुनक के पक्ष में थे, लिहाजा पीएम की कुर्सी उन्हें मिल गई। लेकिन, एक चीज को लेकर सुनक हमेशा निशाने पर रहे, और वह थी उनकी दौलत।

विपक्ष की बात छोड़ भी दें, तो खुद उनकी पार्टी के लोग ही आरोप लगाते थे कि सुनक इतने दौलतमंद हैं कि उनका आम लोगों से कोई सरोकार ही नहीं। आम जनता भी उनसे जुड़ाव महसूस नहीं करती। आइए जानते हैं कि सुनक कितने रईस हैं?

कितनी दौलत है सुनक के पास?

44 साल के सुनक ने कभी सार्वजनिक तौर पर अपनी संपत्ति का खुलासा नहीं किया। लेकिन, उनकी रईसी के चर्चे ब्रिटेन के गली-कूचों तक में मशहूर हैं। भारतीय मूल के सुनक दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के फाउंडर एन नारायण मूर्ति के दामाद हैं। सुनक की पढ़ाई-लिखाई विनचेस्टर कॉलेज से हुई है, जो ब्रिटेन के सबसे महंगे स्कूलों में से एक समझा जाता है। सुनक के पिता कई बार कह चुके हैं कि उन्हें अपने बेटे की फीस देने में दिक्कत होती थी, क्योंकि वह काफी ज्यादा थी।

किंग से ज्यादा अमीर सुनक परिवार

सुनक को ब्रिटेन का सबसे रईस सांसद माना जाता है। उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति को ब्रिटेन की बिल गेट्स कहा जाता है। वह ब्रिटेन की सबसे अमीर महिला हैं। उनके पास इन्फोसिस के शेयर हैं। इसकी बदौलत सुनक परिवार साल 2022 में वैल्यूएशन के हिसाब से ब्रिटेन की दिवंगत महारानी से भी रईस हो गया था।

ब्रिटिश अखबार संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सुनक परिवार ब्रिटेन के किंग चार्ल्स III (King Charls III) से भी अधिक अमीर हैं। संडे टाइम्स ने सुनक परिवार की संपत्ति 65.1 करोड़ पाउंड (6,867 करोड़ रुपये) बताई। वहीं, किंग चार्ल्स की संपत्ति 61 करोड़ पाउंड है।

अमीरी बनी सुनक की हार की वजह?ॉ

 

ब्रिटिश मीडिया का एक धड़ा सुनक के प्रधानमंत्री बनने से पहले मानता था कि अमीर उनकी राह मुश्किल कर सकती है। ब्रिटेन में कोरोना महामारी के बाद से महंगाई और बेरोजगारी बड़ी समस्या थी। जनता का एक बड़ा हिस्सा आर्थिक तौर पर बदहाल है और रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है। ऐसे में सुनक ‘प्रिविलेज्ड’ छवि उनके खिलाफ चली गई। चुनाव से पहले ही सरकार में इस्तीफों की बाढ़ आ गई। साल भर में 3 मंत्रियों और 78 सांसदों ने इस्तीफा दिया और चुनावी मैदान में उतरने से मना कर दिया।

महंगी लाइफस्टाइल से हुआ मसला

 

सुनक क्लाइमेंट चेंज को रोकने के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। पिछले साल उनसे एक इंटरव्यू में पूछा गया कि आप भी तो देश के भीतर की यात्रा के लिए प्राइवेट जेट का इस्तेमाल करते हैं, उससे भी तो कार्बन उत्सर्जन होता है। इस पर सुनक भड़क गए, उन्होंने कहा कि आप कार्बन उत्सर्जन पर सवाल से ज्यादा इसके हल पर चर्चा करें।

सुनक को कोरोना काल में 20 हजार रुपये के कॉफी कॉफी मग के साथ देखा गया था। उन्होंने साल 2022 में एक ही हफ्ते में प्राइवेट जेट से सफर के लिए 5 करोड़ रुपये से सरकारी पैसे खर्च कर दिए। इससे विपक्ष को लगातार सुनक को घेरने का मौका मिला। उसने आरोप लगाया कि सुनक महंगाई की से जूझ रही जनता को राहत देने के बजाय उसके टैक्स के पैसों पर आलीशान जिंदगी जी रहे हैं। उनकी पत्नी पर टैक्स चोरी जैसे आरोप भी लगे।