- अमेरिकी विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद एंटनी ब्लिंकन पहली भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने भारत के विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान मुद्दे पर विशेष बात हुई। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया है कि बैठक में देशों के बीच सहयोग भारत-अमेरिका सहयोग, दोनों देशों के साझा हित और समान सरोकारों व कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ दोनों की भी बात हुई।
बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए कोशिश करने की बात कही। उन्होंने अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए काम करने पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि भारत-अमेरिका क्वाड देशों भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका को और मजबूत करने पर जोर दिया। इसके साथ ही जयशंकर ने समसामयिक चुनौतियों पर और भी नज़दीक से काम करने की बात कही है। रक्षा विशेज्ञय ब्रह्मा चेलानी के अनुसार अफगानिस्तान से जल्दबाजी में बिना प्लानिंग अमेरिका का जाना भारत के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत इस बात को लेकर परेशान है कि तालिबान को पाकिस्तान का सपोर्ट हासिल है और इसके कारण भारत में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हो सकती है।’ जब तक अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन रहा है, तब तक तालिबान ने भारत विरोधी चरमपंथियों का स्वागत किया है। भारत सरकार, अफगानिस्तान सरकार को अफगान जनता का प्रतिनिधि मानता रहा है। ऐसे में तालिबान के बढ़ते असर को देखते हुए भारत ने कांधार स्थित वाणिज्य दूतावास से कई कर्मचारियों को बाहर निकाला है।