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लखनऊ. लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी (Lieutenant General Yogendra Dimri) ने गुरूवार को भारतीय सेना के मध्य कमान (Central Command) के सेनाध्यक्ष जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पदभार संभाला लिया. बीते 31 मार्च को मध्य कमान के सेनाध्यक्ष रहे लेफ्टिनेंट जनरल इकरूप सिंह घुमन सेना में 40 साल के शानदार करियर के बाद सेवानिवृत्त हो गए. गुरूवार को मध्य कमान के सेनाध्यक्ष का पदभार संभालने का बाद सबसे पहले लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी मध्य कमान के युद्ध स्मारक पहुचे. यहां लेफ्टिनेंट जनरल ने ‘स्मृतिका’ पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर गार्ड ऑफ ऑनर की समीक्षा की.
रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह के मुताबिक राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में मेरिट के क्रम में पहले स्थान पर रहने के लिए राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक से सम्मानित किये जा चुके हैं. लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने 17 दिसंबर 1983 को कोर ऑफ इंजीनियर्स (द बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन प्राप्त किया है. 37 साल से अधिक अपने लंबे और शानदार करियर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी को यंग ऑफिसर्स कोर्स में ‘सिल्वर ग्रेनेड’ और इंजीनियर्स डिग्री कोर्स में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है.
लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने विभिन्न प्रतिष्ठित आर्मी पाठ्यक्रमों जैसे डीएसएससी वेलिंगटन, ढाका में डिफेंस सर्विसेज कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, आर्मी वार कॉलेज, महू और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली में भी प्रतिभाग किया है.
कई उपलब्धियां अर्जित कर चुके
लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी के पास परिचालन का जबरदस्त अनुभव है. लेफ्टिनेंट जनरल डिमरी को ‘ऑपरेशन पराक्रम’ के दौरान असॉल्ट इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभालने के साथ-साथ स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में एक इंजीनियर ब्रिगेड, नियंत्रण रेखा पर एक इन्फैंट्री ब्रिगेड, जम्मू और कश्मीर में एक काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स और रेगिस्तान में एक स्ट्राइक कोर की कमान संभालने का गौरव प्राप्त है.