खेल: गुरुवार को भारत और इंग्लैंड (Ind Vs Eng) के बीच चौथा टी20 मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच में भारत (India) के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति होगी। पांच टी20 मैचों (T20 Match) में से दो मैचों में हार के बाद किसी भी हाल में भारत को इस मैच को अपने पक्ष में करना होगा। दो मैचों में मिली हार के बाद अपनी गलतियों से भारतीय टीम (Indian team) को सबक लेना होगा। और हर विभाग में दमदार प्रदर्शन करना होगा। वहीं यह मैच अहमदाबाद (Ahmedabad) के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में शाम 7 बजे खेला जाएगा।
छठे गेंदबाज की कमी
पहले और तीसरे मैच में हुई गलतियों से भारतीय टीम (Indian team) सबक लेती है तो शायद उनके लिए चौथे मैच की जीत आसान हो जाएगी। सबसे पहले विराट ब्रिगेड को अपने खेल में संतुलित प्लेइंग इलेवन (Playing XI) की दरकार को खत्म करना होगा। दरअसल जीत के लिए भारत को सही टीम संयोजन (Team Combination) की बेहद जरूरत है। ओपनिंग करने वाले के एल राहुल (KL Rahul) अब तक के मैचों में फॉर्म से बाहर चल रहे हैं। लेकिन कप्तान कोहली (Virat kohli) की माने तो वह के एल राहुल (KL Rahul) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से ही ओपनिंग करवाना चाहते हैं। वहीं दूसरे मैच में ईशान किशन (Ishan kishan) ने बतौर ओपनर बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन फिर तीसरे मैच रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की वापसी के बाद उन्हें तीसरे नंबर पर भेज दिया गया। इसके साथ ही टीम को ऋषभ पंत (Rishabh pant) और हार्दिक पंड्या (hardik pandya) जैसे आक्रामक बल्लेबाजों का भी सही से इस्तेमाल करना होगा। गेंदबाजी खेमें की बात की जाए तो, अबतक टीम में सिर्फ 5 ही गेंदबाजों को जगह दी गई है, ऐसे में छठे गेंदबाजी की कमी टीम को लगातार खल रही है। अगर टीम सिर्फ पांच ही गेंदबाजों को रखती है तो ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पर दबाव बढ़ेगा। ऐसे मौके पर राहुल तेवतिया या फिर टेस्ट मैच में अपनी गेंदबाजी का कमाल दिखाने वाले अक्षर पटेल को रखकर गेंदबाजी खेमें का संतुलन सही किया जा सकता है।
पावरप्ले का फायदा
दरअसल, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड (Mark Wood) और जोफ्रा आर्चर (jofra Archer) ने शुरूआती ओवरों में भारत के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। हालांकि, दोनों बल्लेबाज अहमदाबाद की पिच पर काफी उछाल मिल रही है। पिछले मैच में भारतीय बल्लेबाज वुड और आर्चर की तेज और उछाल भरी गेंदों को नहीं भांप पाए और आसानी से अपना विकेट गंवा दिया। जिसके बाद टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को इन दोनों गेंदबाजों से सावधान रहने की जरुरत है। साथ ही भारतीय बल्लेबाजों को पावर प्ले का फायदा उठाना होगा, अगर वह इसका फायदा उठाने में असफल हुए तो इसका असर आखिरी स्कोर पर पड़ेगा। बता दें कि पहले मैच में भारत ने शुरुआत में सिर्फ 6 ओवरों में 22/3 का स्कोर बनाया था तो वहीं तीसरे मैच में 24/3 का स्कोर बनाया था। इसके साथ ही ओपनर्स को अच्छी शुरुआत देनी होगी।
फिल्डिंग में करनी होगी मेहनत
अभी तक के मैचों में वॉशिंगटन सुंदर को छोड़कर सभी गेंदबाजों ने निराश किया। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल दो मैचों में काफी महंगे साबित हुए हैं, उन्होंने तीसरे टी20 में चार ओवरों में 41 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया। तो शार्दुल ठाकुर ने 3.2 ओवर में 36 रन लुटाए। हालांकि, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की वापसी काफी प्रभावी रही, लेकिन अब तक उनकी झोली में एक भी विकेट नहीं गिरा है। इसके साथ ही चोट के बाद वापसी कर रहे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने तो किफायती गेंदबाजी की है, लेकिन पावरप्ले में उनसे विकेट की उम्मीद रहेगी। और वहीं आखिर में फील्डिंग में भी भारतीय टीम को काम करने की जरूरत है। अभी तक टी20 सीरीज में भारत की फील्डिंग और कैचिंग काफी साधारण रही है। जिसके बाद इस विभाग में भारत को काफी मेहनत की जरूरत है।