- हाल ही में तालिबानी नेताओं से भारतीय अधिकारियों की मुलाकात के दावे को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक मीडिया रिपोर्ट की खबर को आधार बनाकर सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘यह बहुत ही गंभीर विषय है. भारत सरकार को इस विषय पर तुरंत बयान देना चाहिए. क्या BJP IT सेल इसको संज्ञान में ले कर राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में लेगा?’ बता दें कि कतर के वरिष्ठ राजनयिक ने हाल ही में ये दावा किया है कि भारतीय अधिकारियों ने दोहा का गुपचुप दौरा कर तालिबानी नेताओं से बातचीत की है.
आतंकवाद और संघर्ष समाधान के लिए कतर के विशेष दूत मुतलाक बिन मजीद अल-कहतानी ने सोमवार को एक वर्चुअल इवेंट में कहा था कि भारतीय अधिकारियों ने तालिबान से बातचीत के लिए एक शांत दौरा किया है, क्योंकि हर देश ये नहीं मानता है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के वापस चले जाने के बाद वहां तालिबान का ही वर्चस्व होगा. हालांकि, तालिबान के साथ भारत की बातचीत को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से न तो अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और न ही इस मुलाकात की कोई पुष्टि की गई है.
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह की मानसिकता तालिबानी है.
कहतानी ने अपने दावे को लेकर दिया ये तर्क
भारत-तालिबान की मुलाकात के अपने दावे को लेकर मुतलाक बिन मजीद अल कहतानी ने ये भी कहा था कि भारतीय अधिकारियों की तालिबानी नेताओं के साथ बातचीत भविष्य को ध्यान में रखकर की गई होगी. उन्होंने कहा था भारत की तरफ से तालिबान के साथ बातचीत इसलिए नहीं की गई होगी कि अफगानिस्तान पर तालिबान की सत्ता आ जाएगी, जबकि इसलिए की गई होगी क्योंकि भविष्य में तालिबान की अफगानिस्तान की अहम भूमिका हो सकती है. कहतानी ने कहा कि यही वजह है कि हर पक्ष बातचीत को तैयार दिख रहा है.