मऊ।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आठ मार्च को आयोजित कार्यक्रमों का बहिष्कार करते हुए सूबे की पौने पांच लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगी और एक बार फिर प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजकर सत्ता में आने के पूर्व जारी किये गये घोषणा पत्र की ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का ध्यान आकृष्ट करेंगी।हालांकि स्थानीय प्रशासन ने आंगनबाङी कार्यकर्त्रियों को फिलहाल अनुमति नहीं प्रदान की है।लेकिन,कार्यकर्त्रियों ने भी अपना प्रदर्शन का कार्यक्रम स्थगित नहीं किया है।जिससे टकराव की आशंका बढ़ गयी है।शनिवार को “आज” से बातचीत करते हुए आंगनबाङी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष कंचन राय ने कहा कि प्रदेश सरकार आंगनबाङी कार्यकर्त्रियों के साथ छल कर रही है।जिस पंद्रह सौ रूपये को बढ़ाने की घोषणा की गयी थी।वह तो बढा नहीं।फिर यह कहा गया कि जो आंगनबाङी कार्यकर्त्री अच्छा कार्य करेगी,उसे ही पंद्रह सौ रूपये अलग से प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाएगा।मगर,वह भी किसी एक को भी नहीं मिला।ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पौने पांच लाख आंगनबाङी कार्यकर्त्रियों में से एक भी ऐसी नहीं मिली।जिसके कार्य अच्छे हों और उसे प्रोत्साहन राशि दी जाये।श्रीमती राय ने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रदेश सरकार आंगनबाङी कार्यकर्त्रियों के साथ धोखा कर रही है।इसलिए हम शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत अपनी मांग शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिए आंगनबाङी कार्यकर्त्रियों को साथ लेकर कलेक्ट्रेट स्थित धरना-प्रदर्शन तक जाएँगे।जहां अभी हाल में ही एक जाति विशेष के संगठन द्वारा जाने की जिद में स्थानीय प्रशासन से टकराव हो गया था।
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