मुख्यमंत्री ने कहा कि “पूरी तरह से लॉकडाउन अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करता है इसलिए लोगों को लॉकडाउन से बचाना चाहते है, लेकिन लोगों की जिंदगी को भी बचाना है और महामारी पर नियंत्रण पाना है। जिन जिलों में महासंक्रमण है और पिछली बार की तुलना में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे है वह जरुरत पड़ने पर आपात धर्म का पालन करेंगे”।
कोरोना के बढ़ते केसों पर चिंता जताते हुए शिवराज ने कहा कि कोरोना के आपातकाल का समय है और सभी धर्मों से बड़ा आपात धर्म होता है। सरकार ने अब तक संक्रमण रोकने के कई उपाय किए है लेकिन यह लोगों की जिंदगी का सवाल है। सरकार के नाते यह हमारी जिम्मेदारी है कि इसके लिए कदम उठाए जाए। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि आज शाम को होने वाली कोरोना समीक्षा बैठक में वह बड़े फैसले लेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार की तीन प्रकार री रणनीति है
कोरोना से बचने के तीन उपाय है। पहला कोरोना संक्रमण रोकना,दूसरा अस्पतालों में बिस्तर की व्यवस्था करना तीसरा वैक्सीनेशन बढ़न और सरकार यह सभी उपाय कर रही है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर लोगों से होली का त्योहार घरों में ही मनाने की अपील की है।