नई दिल्ली। पांच राज्यों में चुनावी बिगुल कभी भी बज सकता है। विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले चुनाव आयोग ने कल (शुक्रवार) को सुचारू रूप से चुनाव करवाने के लिए पर्यवेक्षकों की एक बैठक बुलाई है।
चुनावी पर्यवेक्षकों की बैठक
चुनाव आयोग की पुलिस, सामान्य और व्यय पर्यवेक्षकों के साथ दिन भर चलने वाली बैठक का उद्देश्य चुनाव को लेकर रणनीति बनाना है। आयोग चुनावों को सुव्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित कराने के लिए ये कदम उठा रहा है।
आदर्श संहिता प्रभावी ढंग से लागू हो और धन और बाहुबल चुनावों में हावी न हो, इसके लिए आयोग तेजी से काम कर रहा है।
चार राज्यों की तैयारियों का लिया जाएजा
आयोग अब तक राजस्थान, मिजोरम, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों का जायजा ले चुका है। आज तेलंगाना तैयारियों को देखा जाएगा।
कुछ ही दिनों में चुनाव की हो सकती है घोषणा
पोल पैनल अगले कुछ दिनों में पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा कर सकता है। नवंबर-दिसंबर में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
मिजोरम की विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है। वहीं, तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है।
तेलंगाना में जहां भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का शासन है, वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं।