- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में 1 जून से कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. हालांकि, उन्होंने बड़े आयोजनों से परहेज करने की अपील करते हुए कहा कि इससे एक बार फिर स्थिति बिगड़ सकती है. बुधवार को जनता को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि लोगों ने कई परेशानियां उठाई हैं. कई लोगों की जान चली गई. ऐसे में वह नहीं चाहते हैं कि ऐसी परिस्थिति दोबारा आए.
हालांकि, 1 जून से कर्फ्यू खुलने का इंतजार कर रहे इंदौर के साथ भोपाल के रहवासियों के लिए भी बुरी खबर है कि इन दोनों जिलों में 1 जून से कर्फ्यू नहीं खुलेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शाम प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए इसका ऐलान किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरी शक्ति के साथ इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि 1 जून से मध्यप्रदेश में जनजीवन सामान्य बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए, परंतु आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश के 7 जिले लॉकडाउन रहेंगे. शेष 45 जिलों में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी.
शिवराज बोले- 1 जून से कर्फ्यू में देंगे ढील
शिवराज चौहान ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश जनभागीदारी का मॉडल है और इसी वजह से प्रदेश कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफल रहा. उन्होंने कहा कि अभी मध्य प्रदेश में कोरोना जनता कर्फ्यू लागू है, लेकिन 1 जून से धीरे-धीरे अनलॉक करना है, ताकि पटरी पर जीवन आ सके. उन्होंने कहा कि संपूर्ण जिलों में कोरोना कर्फ्यू कैसे लागू होगा, अस्पतालों में व्यवस्थाएं कैसे सुदृढ़ होंगी यह जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने तय किया. यह एमपी का मॉडल है, जिसकी वजह से कोरोना नियंत्रण में आया.
शिवराज ने किया जनता को आगाह
मध्य प्रदेश के सीएम ने आगे कहा कि गांव में कैसे कार्य चलेंगे, यह जनता ने मिलकर ही तय किया. गाँव-गाँव में किल कोरोना अभियान चला. कोरोना को नियंत्रित करने में बड़ा योगदान गांव की जनता का भी है. ऐसे ही ब्लॉक की टीम ने भी साथ दिया. उन्होंने कहा कि हमने ज़िला, ब्लॉक और ग्रामीण स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जिसमें सरकारी अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल रहे. निचले स्तर का अमला भी साथ जुटा. जितने फैसले किये वो विकेन्द्रित किये.
शिवराज चौहान ने कहा कि पॉजिटिविटी रेट घटकर लगभग 3% हो गया है. अनेक ज़िलों में 10 से कम केस आये हैं. कई जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण ज़्यादा है. हमें अभी सावधानी बरतनी है. हमने कोरोना को कंटेंन करने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया.