पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, पार्टी नेतृत्व इन सभी चीजों की जांच करना चाहता है और इसलिए टीएमसीपी से जुड़े रहने के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 साल तय करने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही विभिन्न शिक्षण संस्थानों में छात्र संघों को स्थानीय नेताओं, पार्षदों और पार्टी विधायकों के प्रभाव से मुक्त कराने का भी प्रयास किया जाएगा।
पार्टी नेतृत्व द्वारा की गई गणना के अनुसार, आम तौर पर एक छात्र अधिकतम 25 वर्ष की आयु में अपना स्नातकोत्तर पूरा करता है और इसलिए उस तर्क के अनुसार इस पार्टी के छात्र विंग से जुड़े रहने की ऊपरी आयु सीमा 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। बंगाल में टीएमसीपी के प्रदेश अध्यक्ष, त्रिनंकुर भट्टाचार्य ने परोक्ष रूप से स्वीकार किया कि इस तरह के घटनाक्रम चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि टीएमसीपी की 25वीं वर्षगांठ पर आगामी 29 अगस्त को कोलकाता में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी छात्र इकाई के सदस्यों को निर्देश देंगी।भट्टाचार्य ने कहा, हमारी सालगिरह की तारीख 28 अगस्त है। लेकिन चूंकि यह रविवार को पड़ रहा है, इसलिए हम 29 अगस्त को रैली का आयोजन करेंगे।
मुख्यमंत्री रैली को संबोधित करेंगी और आवश्यक घोषणाएं करेंगी। यह भी उम्मीद की जाती है कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर छात्रों को निर्देश देंगी।उन्होंने यह भी कहा, महामारी की स्थिति के कारण पिछले दो वर्षो से पार्टी के स्थापना दिवस पर रैली का आयोजन नहीं किया जा सका। इसलिए इस बार हमारा लक्ष्य छात्र परिषद की रैली में रिकार्ड भीड़ जुटाकर मुख्यमंत्री को उपहार देना है।