कोलकाता। बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को हाल में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी घोषणा के मुताबिक बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया। कुल नौ नए मंत्रियों ने राजभवन में आयोजित समारोह में शपथ ली, इनमें आठ नए चेहरे हैं। कार्यवाहक राज्यपाल एल गणेशन ने नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नए मंत्रियों में पांच कैबिनेट
नए मंत्रियों में पांच कैबिनेट, दो स्वतंत्र प्रभार व दो राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इनमें भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो समेत पार्थ भौमिक, प्रदीप मजूमदार, उदयन गुहा और स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, बीरबाहा हांसदा और विप्लव राय चौधरी ने कैबिनेट मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली। इनमें बीरबाहा हांसदा पहले राज्य मंत्री थी और अब उनका प्रमोशन कर उन्हें स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा तजमुल हुसैन और सत्यजीत राय चौधरी ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
ममता बनर्जी मंत्रिमंडल में फेरबदल
गौरतलब है कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल की घोषणा की थीं। पांच दिनों के भीतर सोमवार को दूसरी बार कैबिनेट की बैठक के बाद ममता ने राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों को बताया था कि बुधवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा और पांच-छह नए चेहरों को इसमें शामिल किया जाएगा। वहीं, उन्होंने संकेत दिए कि चार-पांच मंत्रियों को हटाकर उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी जाएगी।
नया मंत्रिमंडल
ममता ने इसके साथ ही मंत्रिमंडल को भंग करने की खबरों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया था कि नया मंत्रिमंडल बनाने की कोई योजना नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा-वर्तमान में कई विभागों का संचालन बिना किसी मंत्री के हो रहा है और उनके लिए अकेले इनकी जिम्मेदारियां संभालना संभव नहीं है। मंत्रिमंडल में हमारे सहयोगी रहे सुब्रत मुखर्जी व साधन पांडे का निधन हो चुका है।
वहीं, पार्थ चटर्जी जेल में है इसलिए उनका सारा काम करना होगा। मेरे लिए अकेले संभालना संभव नहीं है। हम बुधवार को फेरबदल करेंगे और मंत्रिमंडल में पांच-छह नए चेहरों को शामिल करेंगे। वहीं, पार्थ चटर्जी प्रकरण पर ममता ने इस दौरान कहा कि कोई भी मंत्री ऐसा कोई कार्य न करें जिससे पूरे मंत्रिमंडल व पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़े। मुझे किसी भी कीमत पर यह मंजूर नहीं कि पार्टी पर कोई भी इल्जाम लगे। बता दें कि ममता वर्तमान में कई विभागों का कार्यभार संभाल रही हैं। पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से निकालने के बाद उद्योग तथा संसदीय कार्य विभाग का जिम्मा भी ममता के ही पास है। पार्थ को भर्ती घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में ईडी ने हाल में गिरफ्तार किया था।