- नई दिल्ली, । कोविड-19 महामारी के पीछे घातक कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा किए गए वैश्विक अध्ययन की भारत ने सराहना की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने शुक्रवार को कहा कि WHO की रिपोर्ट व आगे अध्ययन के लिए इसे सबका समर्थन और विश्वास मिलना चाहिए। 2 फरवरी 2021 को WHO की टीम वुहान में थी। चीन का यह दौरा कोरोना वायरस की उत्पति मामलों की जांच के तहत किया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कोविड-19 की उत्पत्ति पर वैश्विक अध्ययन का आयोजन किया। संगठन ने इसके अगले चरण के अध्ययन की जरूरत पर भी जोर दिया है। 2 फरवरी 2021 को WHO की टीम वुहान में थी। चीन का यह दौरान कोरोना वायरस की उत्पति मामलों की जांच के तहत किया गया।
दूसरी ओर अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री जेवियर बेसेरा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से यह सुनिश्चित कराने को कहा है कि कोविड -19 की उत्पत्ति की जांच का अगला चरण अधिक पारदर्शी और विज्ञान-आधारित हो।
इससे पहले मार्च में WHO ने कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर चीन के वैज्ञानिकों के साथ संयुक्त रूप से लिखी गई एक रिपोर्ट में कहा गया कि किसी प्रयोगशाला में कोरोना वायरस के शुरुआत की संभावना नहीं के बराबर है। वहीं व्हाइट हाउस के वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार और संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ डॉ एंथनी फॉसी ने हाल ही में कहा कि वह कोरोना वायरस के प्राकृतिक उत्पत्ति के बारे में आश्वस्त नहीं है। उन्होंने इसको लेकर आगे जांच करने के लिए कहा।