महाराष्ट्र की सरकार को लेकर जारी दंगल अब देश की संसद तक पहुंच गया है. सोमवार को संसद के दोनों सदनों में महाराष्ट्र को लेकर बवाल हुआ. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में इस मसले को उठाया और कहा कि वहां के गृह मंत्री वसूली कर रहे हैं और ये सारा देश देख रहा है.
हालांकि, बवाल के बाद चेयरमैन ने साफ किया कि कुछ भी रिकॉर्ड पर नहीं जाएगा. महाराष्ट्र को लेकर मचे बवाल के बाद राज्यसभा को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
सिर्फ राज्यसभा ही नहीं, बल्कि लोकसभा में भी इस मसले पर बवाल हुआ. भारतीय जनता पार्टी के सांसद राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और केंद्रीय एजेंसियों को इस मसले की जांच करनी चाहिए.
राकेश सिंह ने संसद में कहा कि ये पहली बार है, जब किसी API के समर्थन में मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उसी API को सौ करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट दिया गया था.
लोकसभा में शिवसेना के विनायक राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की सरकार को गिराने की कोशिश लंबे वक्त से चल रही है. परमबीर सिंह के खिलाफ आरोप लगे हैं, जिसकी जांच हो रही है.
निर्दलीय सांसद नवनीत राना ने भी सोमवार को अपने संबोधन में राज्य सरकार पर तीखा वार किया और सचिन वाजे को दोबारा नौकरी पर लाने के फैसले पर सवाल खड़े किए.
परमबीर सिंह ने संभाला कामकाज…
एक तरफ महाराष्ट्र को लेकर देश की संसद में हंगामा हो रहा है, तो दूसरी ओर महाराष्ट्र में भी हलचल मच रही है. सोमवार सुबह मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह अपने नए दफ्तर में पहुंचे. परमबीर सिंह को अब डीजी होमगार्ड का कामकाज सौंपा गया है, सोमवार सुबह उन्होंने अपना कामकाज संभाला. हालांकि, इस दौरान उन्होंने कोई सवाल नहीं लिया और मीडिया के सवालों पर चुप्पी साधे रहे.