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महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ बारिश की आशंका, मुंबई एयरपोर्ट तीन घंटों के लिए बंद


  • नई दिल्ली, । मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान टाक्टे के चलते महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। हवाओं की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे से अधिक है इसलिए इसे अति गंभीर श्रेणी में रखा गया है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने अगले तीन घंटों के दौरान रायगढ़, पालघर, मुंबई, ठाणे और रत्नागिरी जिलों के अलग-अलग इलाकों में 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका है।

यह तूफान और विकराल होगा और सोमवार की शाम तक गुजरात में दस्तक देगा। शक्तिशाली चक्रवाती तूफान टाक्टे की दस्तक की आशंका के मद्देनजर गुजरात के पश्चिमी इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात टाक्टे के 18 मई की सुबह के आसपास भावनगर जिले के पोरबंदर और महुवा के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है।

उन्होंने आगे कहा कि 18 मई को गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। इसे देखते हुए जूनागढ़ में मालिया के तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों को रविवार शाम तक सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए, क्षेत्र के कलेक्टर सौरभ पारधी ने कहा, ‘1200 से अधिक लोगों को यहां से निकाला गया है। भोजन और आश्रय के संबंध में सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।

मुंबई एयरपोर्ट बंद किया गया

मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात तूफान टाक्टे, पिछले छह घंटों के दौरान लगभग 20 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है और सोमवार को फिर से अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। तूफान की आहट के मद्देनजर मुंबई एयरपोर्ट को आज 11 बजे से दो बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, मोनोरेल को भी दिन भर के लिए बंद कर दिया है।

केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में सैकड़ों घर तबाह

केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में चक्रवात के चलते तेज हवा, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। चक्रवात के कारण सैकड़ों घरों को नुकसान पहुंचा है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। इस दौरान तूफान से जुड़े हादसों में छह लोगों की मौत भी हो गई है। हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के साथ वायुसेना और नौसेना भी मुस्तैद हैं।