नई दिल्ली। संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) को लेकर एथिक्स कमेटी आज (09 नवंबर) अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट फाइनल करने वाली है। वहीं, कमेटी लोकसभा सचिवालय को रिपोर्ट सबमिट करेगी।
इस ड्राफ्ट में मोइत्रा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, जांच समिति मोइत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश कर सकता है। मुमकिन है कि महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता भी रद्द हो सकती है।
बैठक को लेकर एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने कहा,” टीएमसी सांसद के खिलाफ निशिकांत दुबे द्वारा शिकायत की गई और हीरानंदानी द्वारा हलफनामा सौंपा गया।
ड्राफ्ट लोकसभा अध्यक्ष को भेजा जाएगा: एथिक्स कमेटी के चेयरमैन
विनोद सोनकर ने आगे बताया,”इससे पहले की दो बैठकों में हमने शिकायतों की जांच की और महुआ मोइत्रा का बयान भी दर्ज किया गया। इन सबके बाद आज एथिक्स कमेटी की बैठक हो रही है, हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और ड्राफ्ट लोकसभा अध्यक्ष को भेजेंगे। कमेटी सभी तथ्यों के आधार पर निर्णय लेगी और प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष को भेजेगी।
महुआ मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम: अभिषेक बनर्जी
कमेटी की तीसरी बैठक होने से पहले टीएमसी के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी ने पहली बार खुलकर महुआ मोइत्रा के समर्थन ने अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि महुआ मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने देखा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने किस तरह संसद में अपशब्द कहे। जो सांसद अदाणी के खिलाफ सवाल पूछते हुए उन्हें सरकार संसद से हटाने की कोशिश करती है। बता दें कि महुआ मोइत्रा के समर्थन में खुलकर अब तक सीएम ममता बनर्जी ने कुछ नहीं कहा है।
महुआ मोइत्रा पर क्या है आरोप?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर रिश्वत के बदले व्यापारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर अडानी ग्रुप को निशाना बनाने वाले सवाल लोकसभा में पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महुआ ने लोकसभा के मेल आईडी का अपना लॉगइन हीरानंदानी को दे दिया था और वो इससे विभिन्न जगहों से प्रश्न डालता था।
दूसरी ओर महुआ ने भी माना है कि हीरानंदानी ने उनके लॉगिन का उपयोग किया है, लेकिन टीएमसी सांसद का कहना है कि उसने रिश्वत पाने या कोई गिफ्ट लेने के लिए नहीं किया है।