नई दिल्ली, । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में उथल-पुथल मच गई। घातक कोविड-19 वायरस से कई देश जूझ रहे हैं, वहीं दो साल पहले, 12 मार्च, 2020 को मालदीव में कोरोना का कहर बरपा था, जब देश में पहला सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था। यह कदम मालदीव में COVID-19 के सामुदायिक प्रसारण की रोकथाम के लिए उठाया गया था, ताकि लोगों को वायरस के प्रकोप से बचाया जा सके। मंगलवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कोरोना काल में भारत द्वारा की गई मदद कि सराहना की। साथ ही उन्होंने देश को COVID-19 महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद दिया है।
मालदीव प्रेसिडेंट इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा
मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा, ‘पिछले 2 वर्षों में भारत ने कई मौकों पर उदारतापूर्वक हमारी सहायता की। भारत ने सबसे अधिक टीके दान किए। भारत ने हमारी अर्थव्यवस्था को ठीक करने में मदद के लिए 25 करोड़ अमरीकी डालर के वित्तीय बांड खरीदे। हमें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए भारत से बहुत सारे आवश्यक उपकरण प्राप्त हुए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उसी समय, हमारे देशों के बीच पर्यटकों के आगमन को सुनिश्चित करने के लिए एक विजिट गैलरी बनाई गई थी। भारत ने मालदीव के लोगों के लिए तत्काल स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता को आसान बनाया, जिससे उन्हें देश की यात्रा करने की अनुमति मिली।