मृतक के परिजनों में छाया मातम, दलित बस्ती के कई घरों में नहीं जले चूल्हे, सारनाथ थाना प्रभारी और एक उपनिरीक्षक निलम्बित
फिरौती के लिए घर से चार दिनों पूर्व अगवा किये गये नौ मासूम की हत्या के मामले में घोर लापरवाही बरतने के मामले में एसएसपी ने मंगलवार को सारनाथ थाना प्रभारी निरीक्षक इन्द्रभूषण यादव और उपनिरीक्षक संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। वही इस हत्याकांड में एक नामजद तथा कई अज्ञात के खिलाफ धारा ३०८, ३६४ ए के तहत मुकदमा दर्ज की है। मृत मासूम का परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव का दाह संस्कार कर दिया। इस घटना से दलित बस्ती में शोक की लहर दौड़ गयी है कई घरों में चूल्हे भी नही जले। एक लौते पुत्र विशाल कुमार नौ वर्ष की हत्या से उसके परिजन सदमें मे है। वही मृतक की मां सुनीता देवी दादी योगेश्वरा देवी और उसकी दो बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पड़ोसी उनके परिजनों को ढांढस बंधा रहे है। इस घटना में पुलिस की लचीली कार्य प्रणाली के चलते मासूम की हत्या को लेकर सवालिया निशान उठ गया है। लोगों का सीधा आरोप है कि अगर सारनाथ पुलिस गुमशुदा के बाद ५० हजार की फिरौती मांगने की घटना को गंभीरता से लिया होता तो शायद मासूम की जान बच जाती। अक्सर पुलिस की लचर कार्य प्रणाली के चलते अपराध को बढ़ावा मिल जाता है और अपराधी घटना को अंजाम देने में सफल हो जाते है।