डीएम ने बैठक कर टीकाकरण की समीक्षा की, 385 पंचायतो पर एक केन्द्र खोलने का निर्देश दिया
मुजफ्फरपुर। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, सीडीपीओ एवं प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समाहरणालय सभाकक्ष में आहूत की गई जिसमें उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर,डॉ गोपाल सहनी, एडीएम आपदा डॉ अजय कुमार के साथ स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारीगण एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य रूप से कोविड टीकाकरण में वृद्धि लाने हेतु केंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया। निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी 385 पंचायतों में कम से कम एक टीकाकरण केंद्र चिन्हित करें। उक्त कार्य पंचायत सरकार भवन, स्कूलों तथा अन्य भवन जो क्राइटेरिया में फिट बैठते हैं उसे दो दिन के अंदर चिन्हित कर प्रतिवेदित करें ताकि दो दिन के बाद से उन सभी चिन्हित स्थलों पर टीकाकरण का कार्य शुरू कराया जा सके।
मालूम हो कि वर्तमान में रेड क्रॉस सहित 156 टीकाकरण केंद्र चल रहे हैं। कल और परसों फुल फ्लेज्ड टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया है।इन सभी 156 केंद्रों पर कम से कम 200 व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए ऐसा निर्देश दिया गया। पुनः दो दिन बाद बढ़ाये गए सभी नये केंद्रों पर भी टीकाकरण शुरू कर दी जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी तथा अन्य प्रखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक का उक्त स्थलों का चयन करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही निर्देश दिया गया कि आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका, आशा और जीविका दीदियों के माध्यम से लोगों को मोबलाइज्ड किया जाए ताकि लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।
निर्देश दिया गया कि इसके समानांतर लोगों को जागरूक करने का भी कार्य किया जाए। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि भीड़-भाड़ वाले जगहों, हाट- बाजारों पर विशेष ध्यान केंद्रित रखें। उक्त स्थलों पर जागरूकता अभियान के साथ सख्ती बरतना भी सुनिश्चित किया जाए।
निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में टीकाकरण का 100% लक्ष्य को प्राप्त करना सुनिश्चित करें। सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि टीकाकरण का कार्य प्रतिदिन निर्धारित समय पर ही शुरू हो इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कोविड-19 टेस्टिंग को अधिक से अधिक इंप्रूव किया जाए। दैनिक रूप से किए जा रहे टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाई जाए ताकि लक्ष्य की प्राप्ति हो सके। कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य गंभीरता से करना सुनिश्चित करें।
कंटेनमेंट जोन में 100% जांच सुनिश्चित किया जाए। पॉजिटिव पाए गए मरीजों का दैनिक फॉलोअप किया जाए कंट्रोल रूम के माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण एवं टेस्टिंग को लेकर सतर्क अनुश्रवण भी करना सुनिश्चित करें।