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- जिले का सभी सरकारी कार्यालय परिसर होगा तम्बाकू मुक्त क्षेत्र, बोर्ड नहीं लगाने पर होगी दण्डात्मक करवाई
- डीडीसी ने मुजफ्फरपुर को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने का दिया निर्देश
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मुजफ्फरपुर। जिले में तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिला पदाधिकारी द्वारा गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ते को तम्बाकू नियंत्रण के गुर सिखाने के लिए राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्थान सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी (सीड्स) और जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को उप विकास आयुक्त आषुतोष द्विवेदी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार मे उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई।
उप विकास आयुक्त ने बताया कि तम्बाकू के दुष्परिणामों से बच्चों और अवयस्कों को बचाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि स्कूलों में इस कार्यक्रम का संचालन किया जाय। उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने अपने कार्यक्षेत्रों में कोटपा 2003 के विभिन्न धराओं का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उप विकास आयुक्त ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डॉ. शिवशंकर को निर्देश दिया कि कोटपा की घारा चार के अनुपालन हेतु इसके बोर्ड का दिवार लेखन करवाया जाय। शैक्षणिक संस्थानों के सौ गज के दायरे से अविलंब दुकान हटवाने का निर्देश दिया गया।
सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से तम्बाकू नियंत्रण के कानून कोटपा 2003 के प्रावधानो एवं चलानींग प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। श्री मिश्रा ने बिहार के विभिन्न जिलों में अब तक किये गए गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम के आरंभ में तम्बाकू नियंत्रण के जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर शिव शंकर ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और जिले में अब तक किए गए गतिविधियों के बारे में बताया। अंत में जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रमोद कुमार वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
उक्त कार्यशाला में डीपीआरओ कमल सिंह, सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील कुमार चौधरी, मनोज कुमार झा, डी पी एम वी पी वमां, एनसीडी सेल के जिला वित्तीय सह लाजिस्टिक सहलाकर प्रिंस कुमार, सदर अस्पताल के अधीक्षक, जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग के नोडल पदाधिकारी सहित सभी छापामार दस्ता के सदस्यों एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं थाना प्रभारियों ने हिस्सा लिया।