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मुसीबत में फंसे रघुवर कैबिनेट के पांच मंत्री, सरकार में रहते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है आरोप


, रांची। : पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में रघुवर कैबिनेट के पांच पूर्व मंत्रियों से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जल्द ही पूछताछ करने के लिए नोटिस जारी करेगा। इन पूर्व मंत्रियों में अमर कुमार बाउरी, रणधीर कुमार सिंह, डा. नीरा यादव, लुईस मरांडी व नीलकंठ सिंह मुंडा शामिल हैं।

पूछताछ करने को लेकर चल रही जमकर तैयारी

इन सभी पूर्व मंत्रियों के विरुद्ध एसीबी में अलग-अलग पांच पीई (प्रीलिमिनरी इंक्वायरी) दर्ज की गई है। प्रत्येक पीई के लिए एक-एक डीएसपी यानी पांच डीएसपी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

 

एसीबी ने नोटिस जारी करने के पूर्व उन पर लगे आरोपों से संबंधित उपलब्ध दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। अब आगे की क्या होगी तैयारी, कौन-कौन से संभावित प्रश्न पूछे जाएंगे, कैसे होगी जांच, इसके लिए विस्तृत रूपरेखा तैयार करने की कवायद चल रही है।

इन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप

राज्य सरकार की 26 जुलाई को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में ही एसीबी को इन पांचों पूर्व मंत्रियों के विरुद्ध जांच की स्वीकृति मिली थी।

इन पर रघुवर दास के शासनकाल में मंत्री रहने के दौरान वर्ष 2014 से 2019 के बीच 200 से 1100 प्रतिशत तक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। पीई में आरोपों की पुष्टि के बाद एसीबी राज्य सरकार से विधिवत प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगेगा।

जनहित याचिका पर आईआर में हुई थी आरोपों की पुष्टि

झारखंड उच्च न्यायालय में वर्ष 2020 में दाखिल पंकज कुमार यादव की जनहित याचिका के आधार पर हेमंत सरकार ने एसीबी को गोपनीय सत्यापन रिपोर्ट (आइआर) का आदेश दिया था। आइआर में यह स्पष्ट हुआ था कि पांचों पूर्व मंत्रियों की संपत्ति में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।

जनहित याचिका के अनुसार किसपर क्या है आरोप

जनहित याचिका में दावा किया गया है कि अमर कुमार बाउरी के पास वर्ष 2014 में 7.33 लाख रुपये की संपत्ति थी, जो वर्ष 2019 में 89.41 लाख रुपये की हो गई। इसी तरह रणधीर सिंह के पास वर्ष 2014 में 78.92 लाख रुपये की संपत्ति थी, जो वर्ष 2019 में 5.06 करोड़ रुपये की हो गई।

पूर्व मंत्री रही नीरा यादव के पास वर्ष 2014 में 80.59 लाख रुपये की संपत्ति थी जो वर्ष 2019 में 3.65 करोड़ रुपये की संपत्ति हो गई है। वहीं, लुईस मरांडी के पास वर्ष 2014 में 2.25 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, जो वर्ष 2019 में 9.06 करोड़ रुपये की हो गई है।

पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के पास वर्ष 2014 में 1.46 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, वर्ष 2019 में उनकी कुल संपत्ति 4.35 करोड़ रुपये की हो गई है। अब एसीबी विस्तृत जांच कर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा।