पटना

‘मेरिट लिस्ट’ व ‘नॉट इन मेरिट लिस्ट’ वालों को शिक्षक बहाली में मौका


एसटीईटी अभ्यर्थियों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राज्य में सातवें चरण में होने वाली माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की बहाली के लिए एसटीईटी उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थी पात्रता रखते हैं। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा है कि एसटीईटी, 2019 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अनावश्यक किसी तरह से भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। जिस समय परीक्षाफल आया था, उसी समय सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि जो भी उत्तीर्ण हैं, चाहे ‘मेरिट लिस्ट’ में हों या ‘नॉट इन मेरिट लिस्ट’ में, दोनों ही तरह के अभ्यर्थी सातवें चरण की नियुक्ति की पात्रता रखते हैं।

ऐसे अभ्यर्थियों से शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा है कि परेशान न हों, क्योंकि यह सिर्फ पात्रता परीक्षा है। मेरिट लिस्ट (मेधा सूची) तो नियुक्ति हेतु जो आवेदन लिये जाते हैं, उनका बनता है। फिर से कुछ तत्व बिना मतलब अभ्यर्थियों को गुमराह करते हैं। निजी क्षेत्र के विद्यालयों के प्रबंधन को समझना चाहिये कि पात्रता परीक्षा में सिर्फ उत्तीर्ण-अनुत्तीर्ण होता है, उसकी मेधा सूची नहीं होती, अत: सभी उत्तीर्ण लोग नियुक्ति हेतु पात्रता रखते हैं।

दरअसल, इसके पहले ‘मेरिट लिस्ट’ और ‘नॉट इन मेरिट लिस्ट’ को लेकर एसटीईटी, 2019 के अभ्यर्थियों की पुलिस के जवानों के साथ सूचना भवन के समक्ष तीखी नोकझोंक हुई। अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। बाद में दर्जनों अभ्यर्थियों को सचिवालय थाना ले जाया गया। इससे सूचना भवन से लेकर विकास भवन तक घंटों अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।

अभ्यर्थी बारी-बारी सूचना भवन के समक्ष एकत्रित हुए थे। उसके बाद शिक्षा मंत्री का घेराव करने के लिए विकास भवन सचिवालय में प्रवेश करना चाह रहे थे। इनमें महिला अभ्यर्थी भी थीं। पहले तो पुलिस के जवानों ने उन्हें आगे बढऩे से रोकने की कोशिश की। इसी दौरान नोकझोंक शुरू हो गयी। उसके बाद भी अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं हुए, तो लाठी के बूते खदेड़े गये। बावजूद, जो अड़े रहे, सचिवालय थाना ले जाये गये। थाना के बाहर घंटों अभ्यर्थियों का जमावड़ा रहा।