मेरठ। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट का चुनाव परिणाम आने के बाद अब बूथवार मिले वोटाें को लेकर सभी दल समीक्षा में जुटे हैं। गठबंधन से सपा प्रत्याशी भले ही करीबी मुकाबले में इस सीट पर हार गई हो लेकिन पार्टी प्रदर्शन को लेकर काफी उत्साह में हैं।
पार्टी पदाधिकारियों ने चुनाव परिणाम के बाद अब 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर विमर्श शुरू किया है। उधर, भाजपा लोस चुनाव जीतने के बाद भी तमाम बूथों पर विपक्षी से पिछड़ी रही। लोस क्षेत्र के चार बूथ ऐसे रहे जहां भाजपा को मात्र एक-एक वोट ही प्राप्त हो सका।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अब दल बूथवार वोटों की समीक्षा में जुटे हैं और कमजोर और मजबूत बूथों का अलग से चयन किया जा रहा है। ताकि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कमजोर बूथों को मजबूत किया जा सके।
बूथों की समीक्षा में सामने आया कि भारतीय जनता पार्टी को लोस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा हापुड़, मेरठ शहर और मेरठ दक्षिण क्षेत्र के चार बूथों पर मात्र एक-एक वोट ही प्राप्त हो सका। जबकि मुख्य विपक्षी गठबंधन से सपा प्रत्याशी को मेरठ कैंट के बूथ नंबर 285 और किठौर के बूथ नंबर 265 पर सबसे कम तीन-तीन वोट प्राप्त हुए।
91 बूथों पर एकला चली बसपा
लोकसभा चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन बसपा का रहा। लोस क्षेत्र के 91 ऐसे बूथ रहे जहां बसपा को मात्र एक-एक ही वोट मिली। इसमें लोस क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र हापुड़ में 11 बूथों पर एक वोट मिला। ऐसे ही मेरठ दक्षिण के 21 बूथ, मेरठ शहर के 41 बूथ, कैंट के आठ बूथ और किठौर के 10 बूथों पर बसपा को मात्र एक-एक ही वोट मिल सका।
इन बूथों पर भाजपा को मिला मात्र एक वोट
- 188, कंपोजिट विद्यालय सराय वहलीम, 1
- 258, उच्च प्राथमिक विद्यालय खैरनगर,1
दक्षिण विस क्षेत्र
- 176, आइडियल पब्लिक स्कूल समर कालोनी, 1
हापुड़ विस क्षेत्र
- 250, जैन कन्या इंटर कालेज, 1