नई दिल्ली। यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों की आगे की पढ़ाई हंगरी में पूरी हो सकती है। इसके लिए हंगरी सरकार के साथ भारत की बातचीत चल रही है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद संदीप बंदोपाध्याय के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें इसकी जानकारी दी है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने भी बताया कि सरकार इन छात्रों की आगे की पढ़ाई जारी रखने के विकल्पों पर विचार कर रही है।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों का मुद्दा उठाते हुए सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया कि इस पर कई सुझावों के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार इन छात्रों की पढ़ाई को लेकर संवेदनशील है और इस सभी छात्रों की आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए हंगरी से बातचीत चल रही है।
दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने बताया कि यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस लाने का काम पूरा हो गया है और कुल 22,500 छात्र वापस लाए गए हैं। वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि इस मामले में छात्रों की ओर से सरकार को दिए गए ज्ञापन पर विचार हो रहा है। मामले की सुनवाई कर रही प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने सरकार की ओर से कही गई इन बातों को आदेश में दर्ज करते हुए यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस लाए जाने और उनकी पढ़ाई जारी रखने की मांग वाली याचिकाएं निस्तारित कर दीं।