Latest News उत्तर प्रदेश नयी दिल्ली राष्ट्रीय लखनऊ

यूपी चुनाव 2022 : डिजिटल मंच पर बढ़ी चुनाव की सरगर्मी,


गोरखपुर, विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होते ही रैलियों पर विराम लग गया। जुलूस निकालने सहित तमाम कार्य प्रतिबंधित हैं। इसके साथ ही साथ कोरोना के बढ़ते खतरे के कारण लोग आवश्यकता होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में इंटरनेट मीडिया पर लोड बढ़ा है। लोग इंटरनेट मीडिया पर ही अपनी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। पार्टी की रीति-नीति की लोगों को जानकारी दे रहे हैं। विभिन्न राजनैतिक दलों का आइटी सेल भी इसे लेकर सक्रिय हो गया है। इसका परिणाम है कि मोबाइल कंपनियों के इंटरनेट डेटा की खपत बढ़ गई है। बीएसएनएल का रोजाना 38 प्रतिशत अधिक डेटा प्रयोग किया जा रहा है।

5.8 टेरा बाइट से बढ़कर रोजाना 8 टेरा बाइट पहुंची डेटा की खपत

नवंबर में गोरखपुर जिले में रोजाना बीएसएनएल 5.8 टेरा बाइट (5939.2 जीबी) डेटा खप रहा था। जनवरी में यह बढ़कर 8 टेरा बाइट(8192 जीबी) रोजाना हो गया है। इसके साथ ही साथ सिम की बिक्री भी बढ़ गई है। लोग वाट्सएप, फेसबुक, ट्वीटर सहित अन्य इंटरनेट मीडिया पर अपने राजनैतिक दल के विषय में बता रहे हैं। कोई सरकार के कार्यों की तारीफ कर रहा है तो किसी लग रहा है कि समस्याओं के निराकरण के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं हुए हैं। जानकारी दे रहे हैं। दूसरी पार्टियों की खिंचाई कर रहे हैं। राजनैतिक दलों के लोग अपनी पार्टी की तरफ से की जा रही घोषणाओं की जानकारी देने में जुटे हैं। उनका मानना है कि इससे आचार संहिता का पालन भी हो जा रहा है और कोरोना संक्रमण से बचाव भी। इंटरनेट मीडिया पर लोगों की बढ़ी सक्रियता का बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन, जियो अन्य मोबाइल कंपनियों को लाभ मिल रहा है। इन कंपनियों के सिम की बिक्री 20 से 25 प्रतिशत बढ़ी है।

पिछले तीन माह में बीएसएनएल के डेटा की खपत

नवंबर- 185 टेरा बाइट

दिसंबर-230 टेरा बाइट

जनवरी में सिर्फ 11 दिनों में-92 टेरा बाइट

दिसंबर में सिम की बिक्री- 8000

ओबीडी की भी सेवा प्रोवाइड करा रहा बीएसएनएल

बीएसएनएल आउट बाउंड डायलिंग(ओबीडी) की सेवा भी लोगों को प्रदान कर रहा है। इसके तहत लोग 30 सेकंड का अपना वायस काल लोगों को भेज सकते हैं। इससे प्रति सफल काल के लिए 50 पैसे का शुल्क लगेगा।