- नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में COVID-19 की स्थिति को देखते हुए कक्षा 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा था कि राज्य सरकार की समिति कक्षा 10 और 12 के छात्रों को मार्क्स देने के लिए एक फार्मूला लेकर आएगी।
सूत्रों के मुताबिक समिति यूपी बोर्ड कक्षा 10, 12 के 56 लाख छात्रों को प्रमोट करने के लिए क्राइटेरिया तैयार कर रही है। हालाँकि राज्य सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर फॉर्मूले की घोषणा नहीं की है।
यूपी बोर्ड की उच्च स्तरीय समिति ने तय किया है कि कक्षा 10 के रिजल्ट के लिए कक्षा 9 में प्राप्त अंकों के 50 प्रतिशत और कक्षा 10 के प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों के 50 प्रतिशत को ध्यान में रखा जाएगा। वहीं कक्षा 12 के रिजल्ट के लिए कक्षा 10 के परिणाम का 50 प्रतिशत, कक्षा 11वीं का 40 प्रतिशत और कक्षा 12 का प्री-बोर्ड परिणाम का 10 प्रतिशत ध्यान में रखा जाएगा।
UP Board Result: 20 जून को योगी आदित्यनाथ के सामने रखा जाएगा फॉर्मूला
समिति विकसित फार्मूले का ड्राफ़्ट, अप्रूवल के लिए 20 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी। छात्रों को ध्यान देने की जरूरत है कि यूपी सरकार ने अभी तक इस बारे में आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
इससे पहले उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा था कि छात्रों को अंक देने के फार्मूले पर अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है और अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले से अगले शैक्षणिक सत्र को नियमित करने में मदद मिलेगी और 11 वीं के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं। 12वीं कक्षा से प्रमोट होने वाले छात्र भी कॉलेजों में प्रवेश ले सकेंगे।