सहारनपुर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में हार के बाद भाजपा में विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। हार की समीक्षा को आए पर्यवेक्षक भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला और विधायक आशीष कुमार आशु के समक्ष जमकर हंगामा हुआ। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्यमंत्री एवं नगर विधायक के खिलाफ नारेबाजी कर उन पर चुनाव हरवाने के गंभीर आरोप लगाए। प्रशासन पर भी सहयोग नहीं करने के आरोप लगे।
कहा गया कि नानौता में बगैर अनुमति के राजपूत समाज की पंचायत कैसे हो गई। हंगामे के कारण बैठक को बीच में रोक दिया गया। बाद में पर्यवेक्षक ने बंद कमरे में मंडलवार कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया।गुरुवार को आयोजित बैठक में पहुंचे प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा।
कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता व मंत्री पर लगाए आरोप
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नानौता महापंचायत के बाद सहारनपुर में भाजपा विरोधी माहौल बनाया गया। महापंचायत कराने में कुछ भाजपा नेता और मंत्री तक शामिल रहे। जिससे हार हुई। कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि महापंचायत को भाजपा के मंत्री और कुछ नेताओं ने फंडिंग की है। पुलिस प्रशासन ने पंचायत को रोकने की कोशिश नहीं की। कई स्थानों पर भाजपा का वोट भी नहीं डालने दिया गया।
कार्यकर्ताओं ने शहर विधायक राजीव गुंबर पर आरोप लगाया कि उन्होंने चुनाव हराने में पूरी ताकत झोंक दी। शहर के हिंदू क्षेत्रों में मात्र 50 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव सामग्री भी कार्यकर्ताओं को नहीं दी गई। जिलाध्यक्ष डा. महेंद्र सैनी ने बताया कि हार के कारण गुस्सा था। कुछ कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर नेताओं के प्रति नाराजगी जताई। बाद में शांतिपूर्ण ढंग से मंडलवार समीक्षा की गई।
भाजपा की बैठक में एक दूसरे पर जमकर चले लात-घूसे
बता दें सिद्धार्थनगर में भारतीय जनता पार्टी के इटवा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में गुरुवार को जमकर लात-घूसे चले। इसमें कुछ कार्यकर्ताओं ने कुछ लोगों पर आरोप लगाया कि इसमें साइकिल चलाने वाले क्यों आ गए हैं। इस पर कुछ कार्यकर्ता भड़के। इससे दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। हालांकि इस संबंध में भाजपाई कुछ भी कहने से किनारा कर रहा है।