कीव । यूक्रेन के सबसे बड़े जैपोरिझिया परमाणु संयंत्र पर हुए रूस ने कब्जा कर लिया है। एएफपी के मुताबिक रूस की सेना इस प्लांट के इलाके में घुस चुकी हैं। इससे पहले रूस के किए हमले में इस प्लांट की ट्रेनिंग बिल्डिंग में आग लग गई थी। ये न्यूक्लियर पावर प्लांट दक्षिण यूक्रेन में स्थित है। इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी इस हमले के बाद लगातार यूक्रेन के संपर्क में है और स्थिति का जायजा ले रही है। अंतरराष्ट्रीय एटोमिक एजेंसी इस बारे में एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। एजेंसी के डायरेक्टर जनरल रफेल मारिआनो ग्रोसी ने रूस से अपील की है कि वो बल का प्रयोग न करे। साथ ही एजेंसी ने इस बात के लिए भी आगाह किया है कि जरा सी चूक से स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है और रेडिएशन फैल सकता है।
इस परमाणु संयंत्र पर हुए हमले के बाद रफेल ने यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनीस शेमगल से बात की है। इसके अलावा उन्होंने यूक्रेनियन रेगुलेटर और आपरेटर्स से भी बात की है और इसकी गंभीरता के बारे में उन्हें चौकसन भी किया है। उन्होंने रूस की सेना से अपील के जरिए कहा है इसमें यदि रिएक्टर को नुकसान पहुंचता है तो ये स्थिति बेहद गंभीर होगा। इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि जैपोरिझिया न्यूक्लियर पावर प्लांट में लगी आग से जरूरी उपकरण को नुकसान नहीं पहुंचा है। यूक्रेन ने अपने एक बयान में अंतरराष्ट्रीय एटोमिक एजेंसी से कहा है कि बड़ी संख्या में रूस की सेना और उसके टैंक जैपोरिझिया न्यूक्लियर पावर प्लांट से कुछ किमी दूर इनरहोदर तक पहुंची चुके हैं।
यूक्रेन रेगुलेटर आथरिटी ने भी एक पत्र लिखकर कहा है कि रूस की फौज इस तरफ आ रही है और हालात लगातार खराब हो रहे हैं। आथरिटी ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी को एक ट्वीट के जरिए ये भी कहा है कि फिलहाल यहां के रेडिएशन स्तर में कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। ईस्टर्न यूरोपीयन मीडिया नेक्सटा के मुताबिक न्यूक्लियर पावर प्लांट के प्रेस सर्विस के प्रवक्ता एंड्रे तुज का कहना है कि फिलहाल रेडिएशन के बढ़ने का खतना नहीं है। इससे पहले इसके पास के सिटी मेयर ने कहा था कि रूस की गोलाबारी से न्यूक्लियर पावर प्लांट में आग लग गई है और वहां तक दमकलकर्मी भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री का कहना है कि रूस की फौज चारों तरफ से प्लांट पर हमला कर रही है।