ऑनलाइन करानी होगी बुकिंग तभी मिलेगा कमरा
बिहारशरीफ (आससे)। राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में अब राजगीर एवं बिहारशरीफ राजकीय अतिथिशाला में ठहरना महंगा होगा। ठहरने वाले अधिकारियों को इसके लिए अधिक राशि खर्च करनी होगी। इन अतिथिशालाओं में ठहरने के लिए नया प्रावधान भी लागू किया गया है। नये प्रावधान के तहत निर्धारित अवधि तक ही उनका ठहराव हो सकेगा।
नये प्रावधान के तहत राजगीर, बिहारशरीफ और पटना के राजकीय अतिथिशाला में या कहीं सर्किट हाउस में ठहरने के लिए नया दर लागू किया गया है। कोई भी सरकारी अधिकारी लगातार सात दिन से अधिक राजगीर और बिहारशरीफ के अतिथिशाला में नहीं ठहर सकेंगे। इसके अलावे अगर उन्हें वहां ठहरना होगा तो खाली करने के 15 दिन बाद ही उनकी दूसरी बुकिंग हो सकेगी। अब ऑनलाइन बुकिंग के जरिये दोनों सर्किट हाउस में रूम मिलेगा। कोई भी अधिकारी एक साल में अधिकतम इन अतिथिशालाओं में 30 दिन से अधिक नहीं रह सकेंगे। अन्यथा निर्धारित दर का तीन गुणा शुल्क वसूला जायेगा।
राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में इन अतिथिशालाओं में ठहरने के लिए दर भी बढ़ाई गयी है। सरकारी अधिकारी अगर सरकारी काम से ठहरता है तो 200 रुपया प्रतिदिन और गैर सरकारी कार्य से ठहरते हैं तो 400 रुपया प्रतिदिन की दर से भुगतान करना होगा। वहीं गैर सरकारी व्यक्ति को एक दिन के लिए किराया 1000 रुपया देना होगा। यह प्रावधान वातानुकूलित कमरे के लिए होगा। जबकि गैर वातानुकूलित कमरे के लिए 150 रुपया सरकारी कार्य हेतु, अन्य कार्य के लिए 300 रुपया प्रतिदिन किराया देना होगा। जबकि गैर सरकारी व्यक्ति को इसका किराया 600 रुपया भुगतान करना होगा।
बताते चले कि राज्य के अन्य अतिथिशाला में अभी भी ठहरने का किराया कम है। अभी तक इन अतिथिशालाओं की बुकिंग भवन निर्माण विभाग द्वारा होता था। लेकिन अब इसके लिए नया प्रावधान किया गया है।