बदमाशों की संख्या करीब एक दर्जन
मालूम हो कि रविवार रात करीब ग्यारह बजे कृपाल सिंह कार से घर जा रहा था कि जघीना गेट के पास बाइक और जीप में सवार बदमाशों ने गाड़ी को रोक कर फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की संख्या करीब एक दर्जन थी। बदमाशों ने कृपाल सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें उसे सात गोलियां लगी। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
हमले और मौत की सूचना पर बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
पुलिस का मानना है कि बदमाशों ने एक दर्जन से ज्यादा गोलियां चलाई थी। सूचना मिलने पर सांसद, भाजपा के जिला अध्यक्ष शैलेष सिंह और पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह मौके पर पहुंचे। कृपाल सिंह को आरबीएम अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
चिकित्साकर्मियों के साथ भी मारपीट
कृपाल सिंह पर हमले और मौत की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में लोग जघीना गेट पर पहुंच गए। लोगों ने हंगामा शुरू किया। अस्पताल पहुंचे लोगों ने चिकित्साकर्मियों के साथ भी मारपीट की।
कृपाल सिंह खुद हिस्ट्रीशीटर था
हालांकि पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने समझा कर लोगों को शांत किया। कृपाल सिंह खुद हिस्ट्रीशीटर था। भाजपा नेता कृपाल सिंह रेलवे सलाहकार समिति का सदस्य भी था।उसकी बेटी अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से भरतपुर कालेज छात्रसंघ की अध्यक्ष रही है।
रंजिश के चलते हुई घटना
पुलिस का मानना है कि पुरानी रंजिश के चलते यह घटना हुई है। कृपाल सिंह से रंजिश रखने वालों से पूछताछ की जा रही है। चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना से पहले कृपाल सिंह के साथ जो उसके साथी थे,उनसे भी पूछताछ की जा रही है।