- लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे योगी सरकार जहां हिन्दुत्व का कार्ड खेलने से कोई मौका नहीं चूक रही है वहीं विपक्ष भी सरकार को उन्हीं मुद्दों पर घेरने पर फोकस कर रहा है जो जनता के साथ धर्म और आस्था से जुड़ा हुआ हो। विपक्ष ने कुछ दिनों पहले राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर आरोप लगाया था कि अयोध्या में जमीनों की खरीद में फर्जीवाड़ा हो रहा है। यह मामला संघ के आला अधिकारियों तक पहुंच गया था और ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को अपनी सफाई देनी पड़ी थी। अब विधानसभा सत्र के दौरान सदन में पेश की गई कैग की रिपोर्ट ने विपक्ष को मुद्दा दे दिया है। कैग की रिपोर्ट में वर्ष 2019 में प्रयागराज में हुए कुंम्भ में अनियमितताओं का जिक्र किया गया है। चूंकि यह भी राम मंदिर की तरह की करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा है इसलिए विपक्ष सरकार पर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा रहा है।
प्रयागराज में कुंभ मेला 2019 के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की व्यवस्थाओं पर नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) ने एक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में सैकड़ों करोड़ रुपये की अनियमितताओं को उजागर किया हैं, जिसमें टेंट और अस्थायी संरचनाओं के भुगतान से लेकर अस्थायी शौचालयों की खरीद, एलईडी लाइटों की स्थापना और आपदा राहत कोष से धन का उपयोग शामिल है। कैग की रिपोर्ट के अनुसार कुम्भ 2019 से संबंधित कार्यों की तृतीय पक्ष पूछताछ भी की गयी, लेकिन अन्य कार्यों की कोई रिपोर्ट संबंधित विभाग द्वारा जांच एजेंसी को उपलब्ध नहीं करायी गई। कई स्तरों पर, रिपोर्ट नियमों की अनदेखी और परिणामी अनियमितताओं को उजागर करती है।