रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रूपौली थाना क्षेत्र में मानवता शर्मसार कर देने वाली घटना प्रकाश में आई है। जहाँ एक अभागिन मां ने अपने कुकृत्य को छिपाने को नवजात शिशु को जन्म देकर कारी कोशी के तट पर नदी किनारे बोरा में बंद कर फेंक दिया। मामला तब सामने आया जब ग्रामीणों ने नवजात शिशु के रोने की आवाज सुन नदी किनारे पहुंचा। यह वाक्या सिंहपुर दियारा पंचायत के गैदूहा गांव की है।
नवजात शिशु के रोने की आवाज की खबर सम्पूर्ण गांव में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों महिला पुरूष की जमघट लग गई। ग्रामीणों के सहयोग से जब बंद बोरे को खोला गया तो सबों का दिल सन्न रह गया। वहीं नदी किनारे पहुंचे एक निःसंतान दम्पति उमेश पंडित ने उसे अपनाने की बात कह उसे गोद ले लिया।
किन्तु कमजोर स्वास्थ्य के कारण नवजात को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल रूपौली लेकर पहुंचा। जहाँ चिकित्सकों ने स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए प्राथमिक उपचार के तत्काल बाद ही पूर्णियाँ मेडिकल कॉलेज के लिए भेज दिया ।जहाँ रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई।