रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। वैश्विक महामारी कॉरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन दो का उल्लंघन करते पकड़े गए पांच दुकानों को अपर अनुमंडलाधिकारी धमदाहा ने सदलबल जबानों के साथ पहुंच कर सील कर दिया। सील किए गए दुकानों में मुख्य बाजार धमदाहा स्थित शालु श्रृंगार, लक्ष्मी श्रृंगार तथा अमारी कुकरौन स्थित तीन दुकानें शामिल हैं।
सील किए दुकानों के बाबत अपर अनुमंडलाधिकारी डॉ. संजीव कुमार सज्जन ने बताया कि लॉकडाउन की संपूर्ण अवधि तक के लिए सभी दुकानों को सील किया गया है। वहीं दमगारा में घरों के अंदर से संचालित दुकानदारों को फिलहाल पहली चेतावनी देकर छोड़ा गया।
विदित हो कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार द्वारा सिर्फ आवश्यक वस्तुओं के लिए निर्धारित समयावधि में दुकान खोलने की इजाजत दी गई है। जिसमें श्रृंगार तथा अन्य दुकान शामिल नहीं हैं। पिछले कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी कि चोरी-छिपे श्रृंगार दुकानदार दुकान खोल कर लोगों को दुकान के अंदर भर लेते हैं और क्रमवार ग्राहकों को सामान देकर बाहर निकाल रहे हैं।
इसी कड़ी में बुधवार को प्रशासन,शासन के द्वारा संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 दुकानों को लॉक डाउन की अवधि तक के लिए सील कर दिया गया है। इसी प्रकार अमारी कुकरौन में भी चोरी छुपे दुकान खोलने की लगातार शिकायत प्राप्त हुईं थीं।वैसे तो सायरन की आवाज सुनते ही कुछ दुकानदार दुकान बंद कर भाग खड़े हुए। किन्तु फिर भी जो दुकान खुली पाई गई, उनका दुकान सील कर दिया गया।
अपर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार सज्जन ने बताया कि कोई भी दुकानदार लॉकडाउन के शर्त का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी तथा गिरफ्तारी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से बाजार में व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कर के जन जागरूकता अभियान चलाया गया है तथा लॉकडाउन के शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु कई स्तरों पर मीटिंग भी की गई है। इसके बावजूद कुछ दुकानदार लॉकडाउन के शर्तों का उल्लंघन करके कोरोना के संक्रमण का बढ़ाने के कार्य में संलिप्त हैं।
अभी दुकानों को सील करने की कार्रवाई की गई है, अगर दुकानदारों के चोरी छुपे का खेल चलता रहा तो आपदा प्रबंधन अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता के सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करके उसकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। औचक निरीक्षण में प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय चंद्रा, थानाध्यक्ष राजकिशोर शर्मा तथा पुलिस बल शामिल थे।