- भारतीय सेना पूर्वी लद्दाख जैसे रेगिस्तानी इलाकों में फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री लड़ाकू वाहनों को तैनात करना चाहती है. इसके लिए सेना ने मेक इन इंडिया के तहत 1,750 फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री लड़ाकू वाहनों की योजना से जुड़ी सभी जानकारी पाने की मांग की है. सेना ने लिए सूचना के लिए अनुरोध (Request for Information) जारी किया है. इन वाहनों की मदद से युद्ध के मैदान पर दुश्मन को भ्रमित किया जा सकता है.
मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत भारतीय सेना 1,750 फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (FICV) का अधिग्रहण करने जा रही है. सेना इन एफआईसीवी को पूर्वी लद्दाख और रेगिस्तानी और उभयचर इलाकों में तैनात करने की योजना बना रही है.यह विकास 1,770 उन्नत मुख्य युद्धक टैंकों को शामिल करने के लिए प्रस्तावित मेगा ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना के लिए एक और आरएफआई जारी किए जाने के बाद आया है.
इन खूबियों से लैस होंगे इन्फैंट्री लड़ाकू वाहन
FICV पाकिस्तान की सीमा यानि रेगिस्तान, मैदान और चीनी सीमा पर पूर्वी लद्दाख, उत्तरी सिक्किम और उत्तराखंड के इलाके में 15000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर काम करने में सक्षम होंगे. इन्हें दिन और रात में धूल, रेत या खराब मैदानों में तेज रफ्तार में चलाया जा सकता है. ये दुश्मनों को मार गिराने में मददगार साबित होंगे. साथ ही ये 45 डिग्री तापमान में भी काम करेंगे. सैनिकों के लिए ये ‘सुरक्षा कवच’ के रूप में काम करेंगे.