बीजिंग(एजेंसी)। चीन के सबसे अमीर कारोबारियों में शामिल अलीबाबा ग्रुप के मालिक जैक मा लापता बताए जा रहे थे लेकिन चीनी मीडिया ने आखिरकार सच्चाई बता ही दी कि वे कहां पर हैं। चीनी मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक जैक मा को नजरबंद किया गया है। चीनी मीडिया के मुताबिक जैक मा चीन सरकार की निगरानी में है। यह भी अटकलें हैं कि चीन सरकार ने जैक मा को गिरफ्तार कर लिया है या फिर वो हाउस अरेस्ट हैं। दरअसल चीन के पास बड़ी हस्तियों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी नहीं बताने का ट्रैक रिकॉर्ड है इसलिए पर्यवेक्षण का मतलब जेल हो सकता है। वहीं चीन की सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने कहा कि जैक मा को एक अज्ञात स्थान पर निगरानी में रखा गया है। खबरों के मुताबिक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य जैक मा को चीन सरकार ने सलाह दी है कि वह देश छोड़कर नहीं जा सकते। वहीं माना जा रहा है कि जैक मा के साथ ऐसा व्यवहार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनका विवाद हो सकता है। चीन की सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने नवंबर में ही संकेत दे दिए थे कि जैक मा चीन सरकार की नीतियों के बिना अलीबाबा को इतनी ऊंचाइयों तक नहीं ले जा सकते। पीपुल्स डेली के इस आर्टिकल के बाद से ही जैक मा किसी भी सार्वजनिक इवेंट या टीवी शो में नजर नहीं आए। उनके लापता होने की खबरें तब से आ रही थीं लेकिन अब यह मामला खुलकर सामने आया है। जिसके बाद से पीपुल्स डेली ने जैक मा की नगरानी की बात कही। चीन सरकार अलीबाबा ग्रुप पर मोनोपोली यानी एकाधिकार के गलत इस्तेमाल को लेकर जांच कर रही है। दरअसल जैक मा ने सीधे तौर पर चीन सरकार से पंगा ले लिया था। ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के मालिक जैक मा ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि चीन के वित्तीय नियामक जोखिम लेना बिल्कुल पसंद नहीं करते। साथ ही उन्होंने चीन के बैंकों पर सूदखोर सेठों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया था। जैक मा का आरोप था कि चीनी बैंक कोई भी चींज गिरवी रखे बिना लोन नहीं देते हैं। जैक मा को यह आलोचना भारी पड़ गई और इसके बाद जैक मा सरकार की नजरों में आ गए। जैक की इन टिप्पणियों कोसीधे तौर पर चीनी सरकार पर हमला समझा गया