- बिहार में होने वाले उपचुनावों से पूर्व विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस का महागठबंधन टूट चुका है, पार्टियों के बीच उम्मीदवारों के नामों को लेकर खींचतान के चलते यह स्थिति पैदा हुई। वहीं इस सियासी जोड़-तोड़ के बीच खबर है की आरजेडी में अपने अस्तित्व पर लगते प्रश्नचिन्ह से लगतार नाराज चल रहे तेजप्रताप उपचुनावों में भाई तेजस्वी यादव और पिता लालू प्रसाद यादव के लिए बड़ी मुश्किलों का सबब बन सकते हैं।
बिहार उपचुनावों में लालू के लाल तेज प्रताप देंगे कांग्रेस का साथ
लालू प्रसाद के दोनों बेटों के बीच जारी अनबन के बीच बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अशोक राम से मुलाकात की है। हालांकि दोनों नेताओं ने बैठक के बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया, लेकिन सूत्रों ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने अशोक राम के बेटे अतीरेक कुमार को अपना समर्थन दिया है, जो 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में दरभंगा जिले के कुशेश्वर अस्थान (एससी) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। तेज प्रताप यादव का यह कदम छोटे भाई तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उनके संबंधों में बढ़ती खटास का संकेत है।
कुशेश्वर अस्थान सीट के कांग्रेस प्रत्याशी का करेंगे समर्थन
सूत्रों ने यह भी कहा कि तेज प्रताप ने कुशेश्वर अस्थान सीट के लिए अतीरेक कुमार को समर्थन दिया है, वह तारापुर से कांग्रेस उम्मीदवार राजेश कुमार मिश्रा को भी अपना समर्थन दे सकते हैं। यह संभवत: पहली बार है कि लालू प्रसाद परिवार के किसी नेता ने उपचुनावों में किसी अन्य पार्टी को समर्थन देकर अपनी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से खुद को अलग कर लिया है। बिहार में महागठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद राजद और कांग्रेस ने कुशेश्वर अस्थान और तारापुर विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।