वाराणसी

लुढ़कने लगा पारा, गलनकी भी दस्तक


औसत तापमान २० डिग्री पर पहुंचा, विज्ञानी बोले-ठंड में होगा इजाफा
कुछ दिनों की राहत के बाद मौसम में फिर बदलाव होने लगा है। बीते दो-तीन दिन से तीखी धूप और गलन में कमी का नतीजा था कि लोगों को दिन में काफी राहत हो गई थी। सर्द हवा के झोंके में कमी और गलन नहीं होने के कारण काफी सकून रहा। इस बीच गुरुवार सायंकाल से मौसम ने फिर करवट लेना शुरू कर दिया और सर्द हवा का दौर शुरू हो गया। दिन का अधिकतम तापमान २८ डिग्री सेल्शियस और न्यूनतम तापमान १३ डिग्री सेल्शियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि आने वाले एक-दो दिन के अंदर ही ठंड में इजाफा होगा और पारा लुढ़कने का सिलसिला जारी रहेगा।
भोर में बादलों की आवाजाही से ही मौसम बदलने के संकेत मिलने लगे थे। लेकिन भगवान भास्कर ने दर्शन दिये तो लोगों के चेहरे खिल गये। स्थिति यह हो गई थी कि दिन चढऩे के साथ धूप का तीखापन भी बढ़ गया और इसके कारण लोगों को गर्म कपड़े उतारने पड़ गये। हवा और गलन नहीं होने के कारण धूप पूरे मिजाज में रही। बीते दो दिन से यह मौसम बना हुआ है और सायंकाल तक सूर्यदेव तमतमाये हुए थे। इसके बाद अचानक सर्दी की आहट ने लोगों को सिहरने पर मजबूर कर दिया। सर्द हवा ने भी लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया। यही वजह थी कि बाजारों में रौनक होने से पहले सियापा होना शुरू हो गया और देखते-देखते प्रमुख स्थानों से भीड़ गायब हो गई। लोग जरूरी कार्यों को निपटाकर घरों की ओर लौट आये। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डाक्टर एसएन पांडेय ने बताया कि यहां से वार्म फ्रंट के गुजरने के कारण धूप में तल्खी और मौसम में काफी राहत हो गई थी। लेकिन अब यह निकल चुका है और पश्चिमी विक्षोभ के कारण अब तापमान में गिरावट होगी और इसके कारण ठंड में इजाफा होना तय है। यह सिलसिला कुछ दिन तक जारी रहेगा और तापमान में गिरावट बनी रहेगी।