अहमदाबाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (27 सितंबर) को अहमदाबाद के साइंस सिटी में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 20 साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पीएम मोदी का स्वागत किया। उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 20 साल के सफर को याद करते हुए तत्कालीन केंद्र सरकार पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया वाइब्रेंट गुजरात की सफलता देख रही है, लेकिन वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन ऐसे माहौल में किया गया था, जब तत्कालीन केंद्र सरकार गुजरात के विकास को लेकर बेरुखी दिखाती थी।
केंद्रीय मंत्री कार्यक्रम में भाग लेने से मना करते थे- पीएम
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, तत्कालीन सरकार के केंद्रीय मंत्रियों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने से मना कर दिया और विदेशी निवेशकों को गुजरात में निवेश नहीं करने की धमकी दी। उन्होंने कहा, “…लेकिन फिर भी, निवेशक आए और उनके लिए कोई प्रोत्साहन नहीं दिया गया था। निवेशक केवल सुशासन, निष्पक्ष शासन, विकास के समान वितरण और पारदर्शी सरकार के कारण आए।”
‘गुजरात को राजनीति के चश्मे से देखती थी सरकारें’
पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती केंद्र सरकार पर गुजरात की प्रगति को राजनीति के चश्मे से देखने का आरोप लगाया। पीएम ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री मुझसे कहते थे कि वह निश्चित रूप से कार्यक्रम में आएंगे। पता नहीं पीछे से डंडा चलता था, बाद में वो मन कर देते थे। उन्होंने कभी सहयोग नहीं किया, वे बाधाएं पैदा करते थे।
20 साल पहले हमने एक छोटा सा बीज बोया था- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल पहले हमने एक छोटा सा बीज बोया था। आज वो एक विशाल और वृहद वाइब्रेंट वटवृक्ष बन गया है। हम गुजरात के पुनर्निर्माण ही नहीं, बल्कि उससे आगे की सोच रहे थे। वाइब्रेंट गुजरात को हमने इसका प्रमुख जरिया बनाया। ये गुजरात का आत्मविश्वास बढ़ाने और दुनिया के साथ आंख से आंख मिलाकर बात करने का माध्यम बन गया।
उन्होंने आगे कहा, “ये भारत में मौजूद अलग अलग सेक्टर्स की असीमित संभावनाओं को दिखाने का जरिया बना। ये भारत के टैलेंट को देश के अंदर इस्तेमाल करने का माध्यम बना। ये भारत की दिव्यता, भव्यता और सांस्कृतिक विरासत को विश्व को दिखाने का एक माध्यम बन गया।”