वाराणसी। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले गांवों में खून-खराबा शुरू हो गया है। वाराणसी के पिंडरा के इंद्रपुर गांव में शनिवार की रात ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी और पूर्व प्रधान की हत्या कर दी गई। इसके बाद निर्वाचन अधिकारी ने बड़ा फैसला लिया है। निर्वाचन अधिकारी ने यहां ग्राम प्रधान पद के लिए हो रहे चुनाव को रद्द कर दिया है। उन्होंने यहां चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया है। चुनाव रद्द होने की खबर से क्षेत्र के अन्य ग्राम प्रधान के प्रत्याशियों में हड़कंप मचा हुआ है। प्रत्याशी की मौत के बाद चुनाव रद्द होने का यूपी का यह पहला मामला बताया जा रहा है।
प्रधान प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या
बता दें, बड़ागांव थाना क्षेत्र के इंद्रपुर गांव में शनिवार की रात पूर्व प्रधान पप्पू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पप्पू यादव ग्राम प्रधान पद का प्रत्याशी था। ग्रामीणों के मुताबिक, पप्पू यादव इंद्रपुर गांव का पूर्व प्रधान था। वर्तमान समय में उसकी पत्नी ममता यादव गांव की प्रधान थी और इस बार पप्पू खुद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। उसने नामांकन भी कर दिया था। पप्पू रोज की तरह शनिवार करे भी ग्राम सभा में अपना चुनाव प्रचार कर रहा था। उसे फोन कर उसके घर के पास ही स्थित एक बगीचे के पास बुलाया गया। पप्पू जैसे ही अपनी बाइक से वहां पहुंचा उस पर गोली चला दी गई। गोली लगने से पप्पू की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा- हिस्ट्रीशीटर था मृतक
बड़ागांव पुलिस ने बताया कि पप्पू ने कम समय में ज्यादा नाम शोहरत कमा ली थी। वह प्रधानी के साथ ही प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करने लगा था। कुछ दिन पहले ही उसने एक विवादित सम्पत्ति खरीदी थी, जिसे खरीदने के बाद से ही वह थोड़ा परेशान रहता था। पुलिस का कहना है कि मृतक बड़ागांव थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था। जिसपर हत्या का आरोप है कि वह भी थाने का हिस्ट्रीशीटर है।