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चुनाव आयोग का नाम बदलकर “मोदी कोड ऑफ कंडक्ट” रखना चाहिए, कूच बिहार में प्रतिबंधों पर भड़की ममता


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को आयोग पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “चुनाव आयोग का नाम बदलकर एमसीसी यानी मोदी कोड ऑफ कंडक्ट रखना चाहिए। बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में मतदान के दौरान जमकर हिंसा और कूचबिहार इलाके में चार लोगों की मौत होने पर जारी घमासान के बीच चुनाव आयोग ने किसी भी राजनीतिक दल के कूचबिहार जाने पर रोक लगा दी है।

चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद बनर्जी ने कहा चुनाव आयोग का नाम बदल कर एमसीसी रखना चाहिए। उन्होंने कहा “भाजपा अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन दुनिया में कोई भी नहीं मुझे अपने लोगों के पास जाने और उनका दर्द साझा करने से नहीं रोक सकता है। वे मुझे कूचबिहार में तीन दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों के पास जाने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं चाैथे दिन वहां जाऊंगी!”

बता दें कि बनर्जी ने आज वहां जाने की घोषणा की थी। जहां 22 से 24 वर्ष की आयु के चार युवाओं की मौत हो गई थी। यह घटना उस समय हुई जब शनिवार को मतदान के दौरान सीतलकुची विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत माथाभांगा के एक मतदान केंद्र पर केंद्रीय सुरक्षा ने आत्मरक्षा के लिए गोलीबारी की थी।

चुनाव आयोग ने हालांकि किसी भी नेता के कूचबिहार जाने पर 72 घंटे तक रोक लगा दी है। इस आदेश के बाद ममता बनर्जी का कूचबिहार दौरा रद्द हो गया। जबकि हिंसा के बाद सुश्री बनर्जी ने कहा था कि वह रविवार को कूचबिहार जाएंगी।

बनर्जी आज पड़ोसी जिले जलपाईगुड़ी में दो रैलियां करने वाली थीं। उन्होंने अपने यात्रा कार्यक्रम को फिर से जारी किया और चौथे दिन वहां जाने का फैसला किया।

मुख्यमंत्री ने कूचबिहार में ‘आत्मरक्षा’ के लिए गोली चलाने की घटना के केंद्रीय बलों के संस्करणों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार घटना की सीआईडी जांच शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि इस घटना में किसके हाथ है इसका पता लगाने के लिए सीआईडी जांच शुरू की जाएगी।

निर्वाचन आयोग ने कूचबिहार जिले में हिंसा के बाद कल बंगाल में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान कुछ पाबंदियों लगाई हैं। आयोग ने कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ने की किसी भी आशंका से बचने के लिए कूचबिहार जिले में अगले 72 घंटे तक नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके अलावा राज्य में पांच चरण के दौड़ से पहले प्रचार खत्म करने की सीमा 48 घंटे से बढ़ाकर 72 घंटे कर दी गई है।