- उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी में उतराती हुई लाशों के मिलने से हड़कंप मच गया. गंगा नदी के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार सुबह 4 लाशें उतराती हुए मिलीं. इन लाशों के मिलने से स्थानीय लोगों के साथ नाविक भी परेशान हैं. इस बीच बिहार बॉर्डर पर बक्सर पुलिस ने गंगा नदी में महाजाल लगाया है, ताकि यूपी से आने वाली लाशें यूपी में ही रूक जाएं.
जानकारी के मुताबिक, वाराणसी के पक्के घाटों के उसपार गुरुवार को दो लाशें तैरती हुईं मिली. इसके अलावा गंगा किनारे बालू पर दो शव बहकर आ गए. स्थानीय नाविक लाशों की दुर्गंध से परेशान है. उनका कहना है कि पहले इतने शव गंगा में प्रवाह नहीं किए जाते थे. नाविकों का दावा है कि गंगा उसपार से कोरोना संक्रमित शवों को जल प्रवाहित किया जा रहा है.
गाजीपुर में शवों के जल प्रवाह पर लगाई गई रोक
इससे पहले यूपी के गाजीपुर और बिहार के बक्सर में गंगा में तैरती हुई दर्जनों लाशें मिली थी. इन लाशों के मिलने से हड़कंप मच गया था. इस बीच गाजीपुर में गंगा में उतराए शवों पर प्रशासन सख्त हुआ है. गाजीपुर डीएम ने कहा कि अब नदियों में शवों के जल विसर्जन पर कड़ी कार्रवाई होगी. बकायदा श्मशान घाटों पर पुलिस टीम ने मुनादी की.
बक्सर प्रशासन ने खोल दी यूपी सरकार के दावों की पोल
गाजीपुर और बक्सर, यूपी-बिहार बॉर्डर के जिले हैं. गाजीपुर से होती हुई गंगा बक्सर से बिहार में प्रवेश करती है. बीते कुछ दिनों से बक्सर में सैकड़ों लाशें उतराती हुई मिली. बक्सर में जब से लाशों के उतराने का मामला आया है, बक्सर सहित पूरे बिहार के सिस्टम पर कई सवाल खड़े हो गए है. इसके बाद बक्सर पुलिस ने देर रात गंगा में महाजाल लगा दिया.