पुलिस कमिश्नर ने आला अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की। सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त बनाने की योजना पर चर्चा किया। इसके तहत कमिश्नरेट क्षेत्र को अलग-अलग सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा की योजना बनाई गई है। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस के साथ पीएसी व आरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। पीआरवी को लगातार भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है।
क्यूआरटी गठित की गई है जिसका नेतृत्व इंस्पेरक्टर रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। वहीं सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए सक्रियता बनाए रखें। जिले की सीमाओं पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
शांति व्यवस्था के लिए पुलिस धर्मगुरुओं एवं महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ संवाद किया। होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस में विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुए है। अफवाह फैलाने वाले व किसी की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुनवाई के पहले एडीसीपी वरुणा प्रबल प्रताप सिहं के नेतृत्व में पूरे कचहरी परिसर के चप्पे-चप्पे पर जांच की। बम निरोधक दस्ता ने हर जांच किया। सीसीटीवी कैमरा सिस्टम व कंट्रोल रूम की जांच की गई।
अदालत के आने वाले फैसले को लेकर सुरक्षा का जबरदस्त इंतजाम
ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में 12 सितंबर को आने वाले फैसले के मद्देनजर पूरे जिले में सुरक्षा का जबरदस्त इंतजाम किया गया है। क्यूआरटी (त्वरित कार्रवाई दस्ता) गठित की गई है। हर टीम में एक इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी है। संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है।