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‘विदेशों से मिले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स कस्टम के पास नहीं’, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया बयान


  1. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बृहस्पतिवार को कहा कि विदेश से सहायता के रूप में मिला कोई भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर किसी भी बंदरगाह पर सीमा शुल्क अधिकारियों के पास अटका हुआ नहीं है और उन्हें तेजी से मंजूरी दी जा रही है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ अपनी सामूहिक लड़ाई में मदद के लिए वैश्विक सहायता के तौर पर तीन हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं.

मंत्रालय ने बताया कि चीन ने 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे हैं, आयरलैंड ने 700, ब्रिटेन ने 669, मॉरीशस ने 200, उज़्बेकिस्तान ने 151, ताइवान ने 150, रोमानिया ने 80, थाइलैंड ने 30 और रूस ने 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे हैं. कुछ खबरों में दावा किया गया है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सीमाशुल्क विभाग के गोदामों में मंजूरी नहीं मिलने की वजह से पड़े हुए हैं.

इस तरह की खबरें गलत

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा, ” खबर पूरी तरह से गलत है, तथ्यों पर आधारित नहीं है और बिना किसी अधार की है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि भारतीय कस्टम विभाग के पास ऐसा कुछ रुका हुआ नहीं है. भारतीय सीमा शुल्क विदेश से आने वाली सभी खेपों को तेजी से मंजूरी दे रहा है और किसी भी आयात बंदरगाह में इस तरह का कुछ रूका हुआ नहीं है.”

सड़क और हवाई मार्ग से भेजा गया सामान

बयान में कहा गया है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटरों को या तो देखभाल संस्थानों में दिया गया है या फिर आपूर्ति के लिए भेज दिया गया है. राहत सामग्री को सड़क और हवाई मार्ग से भेजा गया है. उसमें बताया गया है कि कोई भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कस्टम डिपार्टमेंट के गोदाम में पड़ा हुआ नहीं है और यह स्पष्ट है. इस बाबत तीन मई को वित्त मंत्रालय ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सफाई दी थी और कहा था कि सीमा शुल्क विभाग के गोदामों में कोई ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं पड़ा हुआ है.