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विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि में टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य,


वाराणसी, । कोविड टीकाकरण को लेकर जिला प्रशासन गंभीर है। इस क्रम सभी शैक्षणिक संस्थानों को 15 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों को शतप्रतिशत को कोविड वैक्सीन लगवाने का निर्देश दिया है। डीएम कौशल राज शर्मा के निर्देश पर माध्यमिक व उच्च शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थियों पर वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं। साथ ही छात्रों पर दबाव भी बनाया जा रहा है। इस क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने जहां परीक्षा फार्म भरने के लिए टीकाकरण का प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया है।

वहीं दूसरी ओर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने छात्रावास आवंटन के लिए टीकाकरण का प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया है। छात्रावास के आवेदन के लिए छात्रों को कोरोना वैक्सीन का प्रमाण देना होगा। वहीं टीकाकरण कराने वाले विद्याथियों को ही छात्रावास आवंटित किए जाएंगे। कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि छात्रावास आवंटन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करने का निर्णय लिया गया है। वहीं जिन छात्रों ने कोविड का टीकाकरण लगावा लिया है उन्हीं छात्रों को इस बार छात्रावास आवंटित किए जाएंगे।

इस क्रम में 15 से 18 वर्ष विद्यार्थियों के लिए कोविड प्रथम डोज का वैक्सीन अनिवार्य कर दिया गया है। जब कि इससे अधिक आयुवर्ग के विद्यार्थियों के लिए कोविड दोनों डोज का टीका अनिवार्य कर दिया गया है। कोविड टीकाकरण का प्रमाण प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को ही अब छात्रावास का आवेदन दिया जाएगा। साथ ही आवंटन के समय भी कोविड टीकाकरण का प्रमाणपत्र का परीक्षण किया जाएगा। बताया कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए राजकीय आयुर्वेद पीजी कालेज व चिकित्सालय में विशेष व्यवस्था की गई है। कोई भी छात्र वहां जाकर वैक्सीन लगवा सकता है। कहा कि सूबे के सभी सम्बद्ध संस्कृत महाविद्यालय से जुड़े प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि नामांकित विद्यार्थियों द्वारा टीकाकरण का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर ही परीक्षा आवेदन फार्म स्वीकार जाय।