बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ हादसा, जिला अस्पताल पहुंचे डीएम, परिजनों से मिले
बलिया। सुखपुरा थाना क्षेत्र के जीराबस्ती स्थित नई बस्ती में बुधवार को दर्दनाक हादसा हो गया। स्कूल से लौट रही दो सगी बहनें खुले बिजली के तार की चपेट में आ गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से पूरे इलाके में मातम पसर गया और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जानकारी के अनुसार मृतकों में अलका यादव (12 वर्ष, कक्षा 7) और आंचल यादव (17 वर्ष, कक्षा 9) शामिल थीं। दोनों सेंट जेवियर्स स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रही थीं। बरसात के कारण सड़क और कॉलोनी में करीब तीन फुट तक पानी भरा हुआ था। इसी दौरान ऊपर से टूटा बिजली का तार पानी में गिर गया और दोनों बहनें उसकी चपेट में आ गईं। करंट लगते ही दोनों बेहोश होकर गिर पड़ीं। आसपास के लोगों ने तुरंत उन्हें बाहर निकाला और सीपीआर देकर जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे की खबर फैलते ही अस्पताल में भारी भीड़ जुट गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं आक्रोशित मोहल्लेवासियों ने बिजली विभाग और स्थानीय कर्मियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं एसडीएम व तहसीलदार, सीओ, कोतवाल दल बल के साथ जमे रहे। इसी बीच जानकारी होने पर डीएम मंगला प्रसाद सिंह, सीडीओ ओजस्वी राज और सीएमओ जिला अस्पताल पहुंचे और इस घटना पर शोक व्यक्त किया। साथ ही डीएम ने कहा कि इस लापरवाही के जिम्मेदारों पर काररवाई की जाएगी। अलका व आंचल घर की रौनक थीं और अपने माता पिता दुलारी थी। पिता हरेराम यादव जो गोरखपुर में दीवान है और मां गृहणि है। रोज की भांति बुधवार को आंचल व अलका धरहरा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल पहुंची, करीब डेढ़ बजे स्कूल की छुट्टी हुई और दोनों बहनें बस से अपने घर के सामने सड़क पर पहुंची और फिर उसके बाद जलमग्न रास्ते से होकर वह घर जा रही थीं कि अचानक बिजली का तार टूटकर पानी में गिर पड़ा और दोनों बहनें करेंट की चपेट में आ गई और दोनों की मौत हो गई। सुखपुरा थाना क्षेत्र का जीराबस्ती स्थित नई बस्ती में करीब 300 से ज्यादा आवास है, और यह बस्ती बरसात के दिनों से ही जलमग्न है। लोग किसी तरीके से अपने घर पानी से होकर पहुंच पाते है। जलनिकासी को लेकर अधिकारी व जनप्रतिनिधियों तक मामला पहुंचा और अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। उसके बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। एक तरफ बस्ती जलमग्न है वहीं दूसरी तरफ अस्त व्यस्त व्यवस्था के तहत बिजली के तार दौड़ रहे है।
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