नयी दिल्ली (एजेन्सियां)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अजुम चोपड़ा ने कहा कि आस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम को बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की कमी खलेगी। शमी एडीलेड में खेले गये शुरुआती टेस्ट में चोटिल हो गये थे। अंजुम ने कहा कि कोहली को लेकर टीम पहले से मानसिक रूप से तैयार थी लेकिन शमी के ना होने से भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर काफी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा शमी इस टीम में अंतिम ११ के खिलाड़ी है, गेंदबाजी में उनका शानदार योगदान रहता है। इशांत शर्मा पहले से ही टीम के साथ नहीं है ऐसे में इसका काफी असर पड़ेगा। नये गेंदबाज के लिए इस कमी को पूरा करना काफी मुश्किल होगा। उन्होंने कहा शमी वहां पहले खेल चुके है और काफी अनुभवी गेंदबाज है। टीम को उनकी गेंदबाजी के अलावा मैदान में अनुभव की कमी भी खलेगी। वह विकेट चटकाने के साथ कसी हुई गेंदबाजी कर बल्लेबाजों पर एक छोर से लगातार दबाव भी बनाते हैं। अंजुम ने पहले टेस्ट की दूसरी पारी में टेस्ट इतिहास के न्यूनतम ३६ रन पर आउट होने पर भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना करते हुए कहा कि इससे उनके मनोबल पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा हमारे खिलाड़ी लंबे समय से आस्ट्रेलिया में है। वे लगातार मैच भी खेल रहे है। आस्ट्रेलियाने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन यह हश्र नहीं होना चाहिये था। दूसरा टेस्ट २६ दिसम्बर से शुरु हो रहा है ऐसेमें मानसिक रूप से वापसी करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। इन खिलाडिय़ोंमें कौशल की कमी नहीं है लेकिन उन्हें लयमें आना होगा। पहले टेस्ट में टीम चयन खासकर पृथ्वी शा और ऋद्धिमान साहा को लेकर भी सवाल उठे लेकिन अंजुमको भारतीय टीमके अंतिम ११ में कोई कमी नहीं लगी। उन्होंने कहा टीममें ११ खिलाड़ी ही खेल सकते हैं। शाने इससे पहले न्यूजीलण्ड दौरेपर अपने आखिरी टेस्टमें अद्र्धशतकीय पारी खेली थी। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में शा को ही मौकेके हकदार थे। साहाने भी अभ्यास (आस्ट्रेलियामें) मैच अद्र्धशतक लगाया था। शुभमन और पंतको आगेके मैचोंमें मौका मिलेगा।