नई दिल्ली. देश में कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर होने के बीच राजनीतिक समीकरणों को मजबूत होने के संकेत मिल रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के मुखिया शरद पवार (Sharad Pawar) की दिल्ली में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के साथ बैठक हुई. बता दें किशोर की यह पवार के साथ दूसरी बैठक है. इससे पहले प्रशांत किशोर ने बीते शुक्रवार 11 जून को भी एनसीपी प्रमुख से मुलाकात की थी. किशोर और पवार की इस मुलाकात के बाद सियासी अटकलें तेज हो गई थीं. इस मुलाकात को 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा था.
पवार और किशोर के बीच यह बैठक मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ बने राष्ट्र मंच की बैठक से पहले हुई है. बता दें मंगलवार को चार बजे दिल्ली में एनसीपी चीफ के घर पर बैठक होगी. इस बैठक में पवार पहली बार शामिल होंगे. संभावना है कि इस बैठक में पवार और यशवंत सिन्हा के अलावा विपक्ष के कुछ नेता शामिल होंगे.
राजनीतिक मंच नहीं है राष्ट्र मंच लेकिन…
बता दें राष्ट्र मंच कोई राजनीतिक मंच नहीं है लेकिन भविष्य में इसके माध्यम से किसी तीसरे विकल्प की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें सरकार के खिलाफ राजनीतिक समेत अन्य मसलों पर चर्चा होती है. पवार पहली बार राष्ट्र मंच की बैठक में शिरकत करेंगे ऐसे में राष्ट्र मंच के फैसलों और गतिविधियां महत्वपूर्ण हो गई हैं.हालांकि सोमवार को हुई बैठक में पवार-प्रशांत के बीच राष्ट्रमंच पर बातचीत की कोई पुष्टि नही हुई है. दूसरी ओर राष्ट्रमंच की स्थापना करने वाले यशवंत सिन्हा अब टीएमसी के उपाध्यक्ष हैं और बंगाल में टीएमसी की जीत हुई और इसमें प्रशांत किशोर की भूमिका भी जीत में अहम रही है. राष्ट्रमंच पर सीएम ममता बनर्जी ने पहले से ही अपनी मुहर लगा दी है. पूर्व की बैठकों में टीएमसी नेता रहे दिनेश त्रिवेदी हिस्सा लेते रहे हैं लेकिन अब वो टीएमसी का दामन छोड़ चुके है. वहीं सिन्हा TMC के प्रतिनिधि और राष्ट्र मंच के संस्थापक के तौर पर बैठक में मौजूद रहेंगे.
क्या है राष्ट्र मंच?
साल 2018 में सिन्हा ने देश की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर चर्चा के लिए राष्ट्र मंच शुरू किया था. इसमें विपक्षी दलों के विभिन्न नेताओं के अलावा गैर राजनीतिक लोग भी हिस्सा लेते रहे हैं. राष्ट्र मंच का मकसद केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना रहा है.