अयोध्या। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के रहने वाले कोबरा कमांडो राजकुमार भी शहीद हो गए थे। राजकुमार का पार्थिव शरीर देर रात अयोध्या उनके पैत्रिक निवास रानोपाली स्थित उनके घर पर पहुंचा। जैसे ही शहीद राजकुमार का शव घर पहुंचा पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं, शहीद का पार्थिव शरीर देखकर पत्नी ज्ञानमती ताबूत से लिपटकर रोने लगी तो वहीं, कैंसर पीड़ित बुजुर्ग मां बेसुध हो गई। तो वहीं, शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बता दें कि आज (06 मार्च) को सरयू घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
बचपन से थी देश की सेवा करने की थी लगन
बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए राजकुमार यादव अयोध्या के रानोपाली के रहने वाले हैं। शहीद के पिता सूरज लाल यादव ने बताया कि उनका बेटा 1995 में सीआरपीएफ में शामिल हुआ था। बचपन से ही उसे देश की सेवा करने की लगन थी। शहीद राजकुमार तीन भाइयों ने सबसे बड़े थे। उसकी पत्नी और दो बच्चे भी हैं। दोनों अयोध्या एकेडमी में पढ़ाई करते हैं। बताया जा रहा है कि शहीद जवान की मां गंभीर रूप से कैंसर पीड़ित हैं। शहीद के भाई ने बताया कि घटना से दो दिन पहले ही भाई से बात हुई थी।
सीएम योगी ने जताया दुख
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में अयोध्या के जवान राजकुमार की शहादत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम ने शहीद राजकुमार को श्रद्धांजलि देते हुए दोनों के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और शहीद के गृह जिले में उसके नाम पर एक सड़क का नामकरण करने की घोषणा की है। इसमें से 35 लाख शहीद की पत्नी वह 15 लाख शहीद की मां को दिए गए। दोनों के खाते में पैसे सोमवार ट्रांसफर कर दिए। यह जानकारी महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने दी है।
सलामी के बाद दिया जाएंगा अंतिम संस्कार
सीआरपीएफ के कमांडेंट छोटे लाल ने बताया कि शहीद जवान का सेना की सलामी के साथ श्रद्धांजलि का कार्यक्रम के बाद सरयू तट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। शव यात्रा में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी समेत तमाम लोग उमड़े हैं।